सरकार ने 'लाट साब' को मुहैया कराया 'सेफ पैसेज'
भोपाल [ब्यूरो]। मध्यप्रदेश के राज्यपाल रामनरेश यादव गुरवार को मुलायम सिंह यादव के परिवार में हो रही
भोपाल [ब्यूरो]। मध्यप्रदेश के राज्यपाल रामनरेश यादव गुरवार को मुलायम सिंह यादव के परिवार में हो रही शादी के बहाने उत्तर प्रदेश उड़ गए। राज्य विधानसभा में बजट सत्र की कार्रवाई ताबड़तोड़ खत्म करने के पीछे सरकार की रणनीति यही रही कि व्यापमं के मुद्दे पर राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की और ज्यादा फजीहत न हो। इसलिए लाट साब को 'सेफ पैसेज' मुहैया करा दिया गया। उनके साथ प्रमुख सचिव विनोद सेमवाल भी गए हैं।
सदन में व्यापमं मामले पर हो रहे हंगामा को टालने एवं मीडिया में लगातार हो रही छीछालेदर से बचने के लिए ही सत्ता पक्ष ने यह रास्ता अख्तियार किया। बताया जाता है कि एफआईआर दर्ज होने के बाद राज्यपाल यदि राजधानी में रहते हुए इस्तीफा देते तो उनकी गिरफ्तारी की पूरी संभावना थी। गिरफ्तार न करने की स्थिति में अंदेशा यह भी था कि 'गैस कांड' के आरोपी एंडरसन जिस तरह भोपाल से निकल भागे थे उसी अंदाज में यह एपिसोड भी दोहराए जाने का आरोप सरकार के माथे लग जाता।
धर्मसंकट यह भी..
इसके अलावा परंपरा यह भी है कि राज्यपाल की जब विदाई होती है तो राज्य सरकार का एक मंत्री ससम्मान उन्हें घर तक छोड़ने जाता है। यह धर्मसंकट भी टालना जरूरी था क्योंकि ऐसी स्थिति में सरकार के सिर पर यह तोहमत भी चस्पा हो जाती कि आरोपी राज्यपाल को मंत्री के संरक्षण में प्रदेश से बाहर निकाल दिया गया। इसलिए उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह के पोते की शादी समारोह में शरीक होने की 'स्क्रिप्ट' तैयार की गई और 'लाट साब' रवाना हो गए।
दिला दी फौरी राहत!
अंदरखाने की खबर तो यह भी है कि महामहिम को पहले ही यह अंदेशा हो गया था इसलिए उन्होंने पिछले सप्ताह ही इस्तीफे का मन बना लिया था। लेकिन उन्हें ऐसा करने से रोक दिया गया, उस वक्त तक उनका बेटा ही आरोपों के दायरे में था लेकिन अब राज्यपाल रहते हुए रामनरेश यादव पर एफआईआर दर्ज होने के साथ देश-दुनिया में फजीहत भी हो चुकी है। इसलिए तात्कालिक तौर पर ज्यादा अपमान एवं गिरफ्तारी से फौरी राहत दिला दी गई। अब यह सभी जानते हैं कि महामहिम के लौटने की संभावनाएं लगभग नगण्य ही हैं।
इस्तीफे को लेकर अटकलें
राज्यपाल यादव के साथ उनके प्रमुख सचिव सेमवाल दिल्ली साथ जाने पर यह कयास लगाया जा रहा है कि राज्यपाल यादव दिल्ली में गृह मंत्री राजनाथ सिंह और राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से मुलाकात के बाद इस्तीफा दे देंगे।
सूत्रों का तो यहां तक कहना है कि राज्यपाल अब प्रदेश वापस नहीं लौटेंगे। उनके इस्तीफे के बाद छत्तीसगढ़ के राज्यपाल बलरामजी दास टंडन को प्रभार सौंपा जा सकता है।
बजट प्रस्ताव पर लगाई मुहर
राज्यपाल रामनरेश यादव ने वर्ष 2015-16 के बजट प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है- डॉ. सीतासरन शर्मा, अध्यक्ष विधानसभा।