राज्यपाल ने नहीं दिया इस्तीफा
भोपाल [ब्यूरो]। व्यापमं घोटाले में मंगलवार को एफआईआर दर्ज होने के बाद बुधवार दोपहर से शाम तक न्यूज च
भोपाल [ब्यूरो]। व्यापमं घोटाले में मंगलवार को एफआईआर दर्ज होने के बाद बुधवार दोपहर से शाम तक न्यूज चैनलों पर खबरें चलती रहीं कि राज्यपाल रामनरेश यादव ने इस्तीफा दे दिया है। यहां तक बता दिया गया कि छत्तीसगढ़ के राज्यपाल को मप्र का प्रभार सौंपा गया है। जबकि राज्यपाल ने इस्तीफा नहीं दिया है और न ही राष्ट्रपति ने उन्हें मिलने का समय दिया है। देर रात मिली सूचना में बताया गया कि राज्यपाल अपने लीगल एडवाइजरों के साथ मशविरा कर रहे हैं।
व्यापमं घोटाले में कई गैर जमानती धाराओं के तहत मामला दर्ज होने के बाद राज्यपाल पर इस्तीफा देने का दबाव लगातार बढ़ता गया।
बताया जाता है कि केंद्र सरकार ने भी उन्हें पद छोड़ने की सलाह दे दी और इस्तीफा न देने पर बर्खास्तगी के स्पष्ट संकेत भी दे दिए। इसके बाद बुधवार को राज्यपाल द्वारा इस्तीफा देने और उसके साथ ही राष्ट्रपति से मुलाकात के लिए समय मांगने के अटकलें चलीं। दोपहर बाद तो कई न्यूज चैनलों ने राज्यपाल के इस्तीफे की ब्रेकिंग भी चला दी। जबकि कोई इस्तीफा हुआ ही नहीं था। राज्यपाल के एडीसी [राज्यपाल के परिसहाय] विनीत कपूर ने भी अधिकृत तौर पर इस्तीफे की खबर का खंडन किया है।
इस घटनाक्रम के पहले विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे एवं कांग्रेस विधायकों ने राजभवन का घेराव कर प्रदर्शन किया। साथ ही गवर्नर यादव के इस्तीफे की मांग भी दोहराई।