धर्मातरण-घर वापसी के मुद्दे पर बनेगी रणनीति
भोपाल [ब्यूरो]। देश में धर्मातरण और घर वापसी के मुद्दे पर छिड़ी बहस पर सरकार का रख सामने आने के बाद र
भोपाल [ब्यूरो]। देश में धर्मातरण और घर वापसी के मुद्दे पर छिड़ी बहस पर सरकार का रख सामने आने के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपनी रणनीति तय करने जा रहा है। सागर में आयोजित संघ के पांच दिवसीय चिंतन शिविर में इन मुद्दों पर ठोस फैसले लिए जा सकते हैं। 14 से 18 जनवरी तक चलने वाले संघ के चिंतन शिविर में सरसंघ संचालक मोहन भागवत अनेक सत्रों के दौरान संघ नेताओं, अनुषांगिक संगठन और आमजनों से भेंटकर मुद्दे पर विचार साझा करेंगे।
संघ प्रमुख भागवत सागर में 18 जनवरी को आमसभा लेकर इन मुद्दों पर संघ की राय से लोगों को अवगत कराएंगे। शिविर का समापन 18 जनवरी को किया जाएगा। भागवत शिविर के प्रथम दिन से समापन दिवस तक मौजूद रहेंगे। 20 जनवरी को भागवत टिमरनी में भाऊ साहब भृस्कुटे स्मृति व्याख्यान माला में भी शामिल होंगे।
चिंतन शिविर में संघ के सह कार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले, सुरेश सोनी, कृष्ण मोहन समेत मध्य भारत, मालवा और महाकौशल प्रांत के दिग्गज मौजूद रहेंगे। बैठक की तैयारियों की जिम्मेदारी संघ ने महाकौशल प्रांत के पदाधिकारियों को सौंपी है।
शिविर के 18 सत्र में व्याख्यान
संघ के इस शिविर में कुल 18 सत्र रखे गए हैं। धर्मातरण को लेकर उठ रहे सवालों के बीच हो रहे शिविर को बेहद अहम माना जा रहा है। शिविर में इसके अलावा सीमापार से बढ़ते आतंकवाद, पड़ोसी देशों से भारत में घुसपैठ, देश में हिंदुत्व के सामने चुनौतियां, धर्मातरण और घर वापसी जैसे विषय पर संघ परिवार से जुडे़ नेताओं का बौद्धिक व्याख्यान होगा।
अनुषांगिक संगठनों को बुलावा
चिंतन शिविर में संघ के अनुषांगिक संगठन वनवासी कल्याण परिषद, सेवा भारती, स्वदेशी जागरण मंच समेत दो दर्जन से अधिक संगठन के पदाधिकारियों को इस शिविर में बुलाया गया है। इन पदाधिकारियों से भागवत खुद चर्चा करेंगे। इसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश भाजपा के प्रमुख पदाधिकारी भी पहुंचेंगे।