कांग्रेस में टिकटों की खींचतान, मानक अग्रवाल का इस्तीफा
भोपाल [ब्यूरो]। नगरीय निकाय चुनाव के लिए टिकटों को लेकर प्रदेश कांग्रेस में खींचतान अब चरम पर है। पा
भोपाल [ब्यूरो]। नगरीय निकाय चुनाव के लिए टिकटों को लेकर प्रदेश कांग्रेस में खींचतान अब चरम पर है। पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मानक अग्रवाल ने इटारसी नपा अध्यक्ष पद की टिकट को लेकर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए पद से इस्तीफा दे दिया। अग्रवाल ने टिकट बदले जाने को लेकर महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष शोभा ओझा और पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी पर दबाव की राजनीति का आरोप लगाया। उधर, पचौरी समर्थकों ने प्रदेशाध्यक्ष अरण यादव को पत्र लिखकर और मुलाकात कर अग्रवाल के निष्कासन की मांग की है। पार्टी भी पूरे मामले पर गंभीरता से विचार कर रही है।
होशंगाबाद जिले की राजनीति में सुरेश पचौरी और मानक अग्रवाल के बीच छत्तीस का आंक़़डा काफी पुराना है। होशंगाबाद और इटारसी नगरपालिका अध्यक्ष पद के लिए अग्रवाल और पचौरी ने अपने समर्थकों की पैरवी की थी।
पचौरी के दबाव में टिकटों में फेरबदल के संकेत मिलने पर अग्रवाल ने दो दिन पहले पद से इस्तीफा देने की धमकी दी थी। इसके चलते कांग्रेस ने प्रत्याशी चयन होल्ड कर लिया था। बुधवार देर रात इटारसी नपा अध्यक्ष पद के लिए जिला महिला कांग्रेस अध्यक्ष माधवी मिश्रा के नाम को हरी झंडी दे दी गई। इसका पता लगते ही गुरवार सुबह अग्रवाल ने पद से इस्तीफा देने का एलान कर दिया।
अग्रवाल ने आरोप लगाया कि सुरेश पचौरी ने शोभा ओझा से दबाव बनवाकर प्रमिला गोयल का टिकट कटवा दिया जबकि अरुण यादव और राष्ट्रीय सचिव संजय निरूपम ने वादा किया था।
अग्रवाल ने चेतावनी दी कि इंदौर नगर निगम के चुनाव में पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अर्चना जायसवाल को महापौर का टिकट नहीं दिया गया तो वे कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता भी छोड़ सकते हैं। वहीं, पूरे घटनाक्रम पर शोभा ओझा ने फोन पर मीडिया से चर्चा में कहा कि महिला कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए टिकट की पैरवी करना उनका अधिकार है। अग्रवाल के आरोपों से उन्होंने अनभिज्ञता जाहिर की। वहीं, प्रदेशाध्यक्ष यादव ने कहा कि उन्हें अभी तक अग्रवाल का इस्तीफा नहीं मिला है। सज्जन सिंह वर्मा ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
भाजपा के एजेंट हैं अग्रवाल
दूसरी ओर अग्रवाल के आरोप के विरोध में पचौरी समर्थक भोपाल से लेकर इटारसी तक लामबंद हो गए। पूर्व मंत्री विजय दुबे ने होशंगाबाद में पत्रकारवार्ता लेकर अग्रवाल पर तीखे आरोप लगाए तो इटारसी नपा के पूर्व अध्यक्ष रवि जायसवाल ने उन पर कांग्रेस को कमजोर करने का आरोप लगाया।
भोपाल में उपाध्यक्ष राजीव सिंह, महामंत्री सुनील सूद और नगर निगम अध्यक्ष कैलाश मिश्रा ने प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव को लिखित शिकायत की। इसमें सीधा आरोप लगाया कि अग्रवाल जिस तरह के बयान दे रहे हैं, उससे लगता है कि वे भाजपा के एजेंट के तौर पर काम कर रहे हैं। विधानसभा चुनाव के वक्त भी इसी तरह से अनुशासनहीनता करते हुए बयान दिए थे, इसका फायदा भाजपा को मिला। पदाधिकारियों ने अग्रवाल को पार्टी से निष्कासित करने की मांग की है।
इस्तीफा नहीं मिला
केके मिश्रा, मुख्य प्रवक्ता, मप्र ने कहा कि पार्टी को अधिकृत तौर पर मानक अग्रवाल का इस्तीफा नहीं मिला है। संकट के दौर में पार्टी सभी वरिष्ठ कहे जाने वाले नेताओं से यही आग्रह करती है कि वे पार्टी की एकजुटता पर विशेष ध्यान दें, न कि पार्टी के लिए समस्या बनें।