सीबीआई ने मांगा स्टेटमेंट और वेरिफिकेशन का ब्यौरा
भोपाल [ब्यूरो]। भर्ती घोटाले की जांच में जुटी सीबीआई ने डॉ. हरीसिंह गौर विवि सागर से अनेक मुद्दों प
भोपाल [ब्यूरो]। भर्ती घोटाले की जांच में जुटी सीबीआई ने डॉ. हरीसिंह गौर विवि सागर से अनेक मुद्दों पर लिखित में जानकारी तलब की है। खासतौर पर इंटरव्यू के दौरान वेरिफिकेशन एवं दर्ज स्टेटमेंट का ब्यौरा मांगा गया है। सीबीआई की टीम सोमवार के बाद फिर से विवि में कैंप कर फर्जीवा़़डे के तथ्य एकत्र करेगी।
सीबीआई सूत्रों का कहना है कि जिन विभागों से सबसे ज्यादा घोटाले की शिकायतें मिली हैं, उन सभी मामलों को चिन्हित कर सूचीबद्ध किया जा रहा है। इसके बाद कुछ अन्य विभागों के संदर्भ में नए मामले भी दर्ज किए जाने की तैयारी है। इंटरव्यू के वक्त जिन जवाबदार अफसरों ने आवेदकों के दस्तावेजों का सत्यापन किया, उन्हें भी निशाने पर लिया जाएगा। फर्जी दस्तावेजों के मामले में जांच जारी है।
22 लोगों का मामला
सीबीआई ने यह भी पूछ लिया है कि घोटाले के बाद निकाले गए 22 लोगों को दोबारा सेवा में लेने की क्या अनिवार्यता थी। सेवा मुक्त करने और वापस लेने के आधार भी तलाशे जा रहे हैं। इन सभी मामलों में मानव संसाधन मंत्रालय के अफसरों की भूमिका भी तलाशी जा रही है।
दिग्गज भी जांच के दायरे में
सीबीआई 6 अलग-अलग मामलों में जांच बिठा चुकी है। अनेक दिग्गजों को जांच के दायरे में लिया गया है। फर्जी दस्तावेज एवं जाति प्रमाण पत्र की जांच के लिए एक टीम को हिमाचल प्रदेश जाकर जांच के निर्देश दिए गए हैं। पटना विवि के कुलपति प्रो. वाईसी सिम्हाद्री को भी तलब किया गया है, उन्होंने जवाब देने के लिए कुछ दिन की मोहलत मांग ली है।