सीबीआई को चकमा देकर कानपुर से भागे गजभिए
भोपाल [ब्यूरो]। डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर में भर्ती घोटाले में मोस्ट वांटेड पूर्व कुलपति प्
भोपाल [ब्यूरो]। डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर में भर्ती घोटाले में मोस्ट वांटेड पूर्व कुलपति प्रो. एनएस गजभिए अब सीबीआई को चकमा देने पर उतर आए हैं। रविवार को सीबीआई टीम जब उनके कानपुर स्थित निवास पर पहुंची तो वह घर से गायब हो गए। सीबीआई अफसर उनके दरवाजे पर नोटिस चस्पा कर लौट आए हैं।
विश्वविद्यालय में भर्ती और खरीदी घोटाले में चल रही सीबीआई छानबीन में अब गजभिए से पूछताछ की जानी है। लेकिन पिछले दो-तीन महीने से वह जांच दल का सामना करने से बच रहे हैं। रविवार को सीबीआई की टीम गजभिए के कानपुर स्थित निवास पर जा धमकी लेकिन वह कुछ देर पहले ही घर से फरार हो गए।
सीबीआई ने कानपुर में उनके संभावित ठिकानों पर तलाश भी किया लेकिन उनका पता नहीं चला। मोबाइल भी उन्होंने बंद कर लिया है। सीबीआई अधिकारी काफी देर तक इंतजार करने के बाद गजभिए के दरवाजे पर नोटिस चस्पा कर लौट आए हैं। नोटिस में गजभिए को सख्त लहजे में कहा गया है कि फौरन सीबीआई के सामने हाजिर होकर अपना बयान दर्ज करा दें। इसके बाद भी यदि वह पेश नहीं हुए तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
विवि से पूछे सवाल
इधर सागर में विश्वविद्यालय के अधिकारियों से सीबीआई की टीम रोज ही पूछताछ कर रही है। विवि के विभिन्न विभागों में फर्जीवाडे़ की जो शिकायतें हैं उनके बारे में सीबीआई ने विवि प्रशासन से जवाब मांगे हैं। साथ ही विवि के अफसरों को जबलपुर सीबीआई कार्यालय बुलाकर वन-टू-वन पूछताछ भी चल रही है। मामले से जुडे़ कई अधिकारी व कर्मचारियों को तलब किया चुका है, एक ही सवाल को कई तरह से पूछा जा रहा है।
मास्टरमाइंड गजभिए
इस फर्जीवाडे़ में पूर्व कुलपति गजभिए मास्टरमाइंड साबित हो रहे हैं, इसलिए सीबीआई को अनेक मामलों में उनसे पूछताछ करना है। लेकिन वह लगातार बहानेबाजी कर सीबीआई का सामना करने से बच रहे हैं। इसी क्रम में सीबीआई ने तय किया था कि उनके कानपुर स्थित घर पहुंचकर ही उनसे पूछताछ कर ली जाए। लेकिन सीबीआई के घर आने की भनक लगते ही वह घर से भी फरार हो गए।