व्यापमं पर बगैर चर्चा के बजट मंजूर, विस अनिश्चितकाल के लिए स्थगित
भोपाल [ब्यूरो]। विधानसभा में व्यापमं पर मचे सत्तापक्ष और विपक्ष के हंगामे के बीच बजट पर भी चर्चा नहीं हो सकी। मंगलवार को हालात ये बन गए कि बिना चर्चा ही तीन विभागों की अनुदान मांग और विनियोग विधेयक पारित कर दिया गया। सरकार ने सप्लीमेंट्री कार्यसूची लाकर आनन-फानन में सरकारी कामकाज निपटाया। इस दौरान सदन में अध्यक्ष डॉ. सीतासरन शर्मा और सरकार के खिलाफ विपक्ष ने जमकर नारेबाजी की।
सदन में जैसे ही प्रश्नकाल समाप्त हुआ अध्यक्ष ने 'व्यापमं का सच' नामक पुस्तक में विधानसभा के दस्तावेज लगाने को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष के ऊपर लगाए विशेषाधिकार हनन की सूचना पर व्यवस्था देकर उसे खारिज कर दिया, जिस पर हंगामा मच गया। कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत ने इसे पक्षपातपूर्ण करार देते हुए कहा कि बिना सुने निर्णय पारित करना सरासर अन्याय है। इस पर विपक्ष गर्भगृह में आ गया और नारेबाजी करने लगा। सत्तापक्ष की ओर से संसदीय कार्यमंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्रा, गोपाल भार्गव, भूपेन्द्र सिंह, उमाशंकर गुप्ता सहित अन्य मंत्रियों ने मोर्चा संभाला और अध्यक्ष की व्यवस्था को चुनौती देने पर सख्त ऐतराज जताया। इस दौरान सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई।
40 मिनट में कार्यवाही खत्म
विपक्ष के हंगामे के बीच अध्यक्ष ने करीब 40 मिनट में चार ध्यानाकर्षण, 10 विधेयक, परिवहन, विज्ञान एवं टेक्नालॉजी और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग की अनुदान मांगे पारित कर दीं। इसी बीच वित्त मंत्री जयंत मलैया द्वारा प्रस्तुत विनियोग विधेयक पर सदन का मत लेकर ध्वनिमत से उसे पारित कर दिया। इस दौरान अध्यक्ष ने विपक्ष के रवैए पर आपत्ति भी जताई और कहा कि बार-बार गर्भगृह में आना ठीक नहीं है। सदन में पहली बार मंत्रियों और सत्तापक्ष के विधायकों ने जमकर हंगामा किया। शून्यकाल में सत्तापक्ष खडे़ होकर जोर-जोर से बोलने लगा।
लड़खड़ाए स्पीकर, नरोत्तम ने रखा प्रस्ताव
सदन में विपक्ष का हंगामा शांत न होता देख अध्यक्ष ने जैसे ही सदन की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित करने की अधूरी बात कही, तब उनका ध्यान संसदीय कार्यमंत्री की ओर गया, जो सत्र की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने का प्रस्ताव पढ़ रहे थे। लड़खड़ाए अध्यक्ष ने डॉ. मिश्रा की ओर देखा, सुना और सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी।
अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे: कटारे
नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे ने ऐलान किया कि वे विधानसभा के अगले सत्र में अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे। उन्होंने कहा कि आसंदी सरकार से मिल गई है। अध्यक्ष सरकार का रबर स्टाम्प बनकर काम कर रहे हैं।
न सरकार, न विपक्ष को क्लीनचिट: डॉ. शर्मा
सदन में हुए हंगामे के बाद अध्यक्ष डॉ. सीतासरन शर्मा ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि जब हंगामा हो तो फिर विकल्प ही क्या बचता है। सरकारी कामकाज का समय पर पूरा होना भी जरूरी है। अध्यक्ष ने सदन में जो हुआ उसके लेकर सरकार और विपक्ष किसी को भी क्लीनचिट देने से इंकार कर दिया।
1 लाख 29 हजार करोड़ का बजट मंजूर
विधानसभा में विपक्ष का हंगामा देखते हुए अध्यक्ष डॉ. सीतासरन शर्मा ने सदन की कार्यसूची में संशोधन कर अनुपूरक सूची में विनियोग विधेयक को शामिल कर वर्ष 2014-15 के लिए 1 लाख 29 हजार करोड़ रुपए के बजट को मंजूरी दे दी। विपक्ष के नारेबाजी के बीच विनियोग विधेयक को बगैर चर्चा के एक मिनट में मंजूर किया गया।