हरियाली के सीजन में जरूर घूमने जाएं देश के ये 10 नेशनल पार्क
बरसात के मौसम में हरी भरी वादियों में घूमना बेहद मजेदार होता है और अगर ये राष्ट्रीय उद्यान हो तो बस मजा दुगना हो जाता है। आइये चले भारत के 10 नेशनल पार्क की सैर पर।
तदोबा नेशनल पार्क
महाराष्ट्र का तदोबा अंधेरी टाइगर रिर्जव एक जाना पहचारा, सबसे पुराना और सबसे बड़ा नेशनल पार्क है। ये स्थान बंगाल टाइगर के लिए भी फेमस है। यहां पर 43 के करीब बंगाल टाइगरों के होने की बाद कही जाती है। ये संख्या इसे भारत के सबसे ज्यादा टाइगर रिर्जव करने वाले नेशनल पार्क में शामिल करती है।
कॉर्बेट नेशनल पार्क
जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान भारत का सबसे पुराना राष्ट्रीय पार्क है। इसे 1936 में इनडेंजर्ड बंगाल टाइगर की रक्षा के लिए हैंली नेशनल पार्क के रूप में स्थापित किया गया था। यह उत्तराखण्ड के नैनीताल जिले में स्थित है और इसका नाम जिम कॉर्बेट के नाम पर रखा गया था जिन्होंने इसकी स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। बाघ परियोजना पहल के तहत आने वाला यह पहला पार्क था। कॉर्बेट नेशनल पार्क रामगंगा की पातलीदून घाटी में 1318.54 वर्ग किलोमीटर में बसा हुआ है जिसके अंतर्गत 821.99 वर्ग किलोमीटर का जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व क्षेत्र भी आता है।
रणथम्भौर नेशनल पार्क
रणथम्भौर नेशनल पार्क उत्तर भारत के बड़े नेशनल पार्कस में से एक है। यह जयपुर से 130 किलोमीटर दक्षिण और कोटा से 110 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में राजस्थान के दक्षिणी जिले सवाई माधोपुर में स्थित है। इसका निकटतम रेलवे स्टेशन और कस्बा सवाई माधोपुर यहाँ से 11 किलोमीटर दूरी पर स्थित है।
हेमिस नेशनल पार्क
हेमिस राष्ट्रीय उद्यान भारत के जम्मू और कश्मीर में पूर्वी लद्दाख क्षेत्र का सबसे ज्यादा ऊंचाई पर स्थित एक राष्ट्रीय उद्यान है। यह भारत में हिमालय के उत्तर में बना इकलौता राष्ट्रीय उद्यान है। हेमिस भारत में सबसे बड़ा अधिसूचित संरक्षित क्षेत्र और नंदा देवी बायोस्फ़ियर रिजर्व और आसपास के संरक्षित क्षेत्रों के बाद दूसरा सबसे बड़ा संरक्षित क्षेत्र है। यह नेशनल पार्क कई रेयर स्तनधारियों की प्रजातियों सहित हिम तेंदुओं के लिए भी जाना जाता है।
पेरियार नेशनल पार्क
पेरियार नेशनल पार्क भी भारत का एक प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान है। पेरियार राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव अभयारण्य केरल के इडुक्की और पथानामथिट्टा जिले में एक रिजर्व एरिया है। यह हाथी और बाघ रिजर्व के रूप में पहचाना जाता है। इस 925 किलोमीटर को 1982 में पेरियार नेशनल पार्क के रूप में घोषित किया गया था।
नागरहोल नेशनल पार्क
कर्नाटक में स्थित नागरहोल अपने वन्य जीव अभयारण्य के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। यह उन कुछ जगहों में से एक है जहां एशियाई हाथी पाए जाते हैं। हाथियों के बड़े-बड़े झुंड यहां देखे जा सकते हैं। मानसून से पहले की बारिश में यहां बड़ी संख्या में रंगबिरंगे पक्षी भी दिखाई देते हैं। वाइल्ड लाइफ और एनिमल लवर्स के लिए यहां देखने और जानने के लिए बहुत कुछ है।
सरिस्का नेशनल पार्क
'सरिस्का' बाघ अभयारण्य भारत में सब से प्रसिद्ध नेशनल पार्कस में से एक है। यह राजस्थान के राज्य के अलवर जिले में स्थित है। 1955 में इसे वन्यजीव आरक्षित भूमि घोषित किया गया था। 1978 में बाघ परियोजना के तहत इसे नेशनल रिजर्व का दर्जा दिया गया।वर्तमान पार्क 866 वर्ग किमी मे फैला हुआ है। सरिस्का में बाघ, चीते, तेंदुए, जंगली बिल्ली, कैरकल, धारीदार बिज्जू, सियार स्वर्ण, चीतल, साभर, नीलगाय, चिंकारा, चार सींग वाले मृग जिसे 'छाउसिंगा' कहते हैं, जंगली सुअर, खरगोश, लंगूर और पक्षी प्रजातियों और सरीसृप की बहुत सारी प्रजातियों सहित बहुत सारे वन्य जीव मिलते है। यहा से बाघों की आबादी 2005 में गायब हो गयी थी लेकिन 2008 में बाघ पुनर्वास कार्यक्रम शुरू करने के बाद् अब यहा यहां वापस बाघ हो गये हैं। जुलाई 2014 में बाघों की संख्या 11 हो गयी है जिसमे 9 एडल्ट और 2कब्स थे।
दाचीगाम नेशनल पार्क
दाचीगाम जम्मू और कश्मीर में श्रीनगर से 22 किमी दूर स्थित है। इस नाम का मतलब है दस गांव। इस नेशनल पार्क की स्थापना 1981 में हुई थी। हांलाकि शुरूआत में दाचीगाम की स्थापना स्वच्छ जल की आपूर्ति के लिए की गयी थी बाद में यह स्थान हंगुल या कश्मीरी हिरन के लिए फेमस हो गया। बंसत और मानसून में यहां हिमालय का फेमस काला भालू भी देखने को मिलता है।
वैली ऑफ फ्लावर नेशनल पार्क
फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान जिसे आम तौर पर सिर्फ फूलों की घाटी कहा जाता है, भारत का एक शानदार नेशनल पार्क है जो उत्तराखण्ड के हिमालय क्षेत्र में स्थित है। यूनेस्को ने नन्दा देवी राष्ट्रीय उद्यान और फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान को ज्वाइंटली विश्व धरोहर स्थल घोषित किया है। यह उद्यान 87.50 किमी क्षेत्र में फैला हुआ है। फूलों की घाटी को सन 1982 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था।
पेंच नेशनल पार्क
मध्य प्रदेश के सिवनी का पेंच नेशनल पार्क सबसे ज्यादा टाइगर के लिए फेमस है। इसके अलावा इस पार्क में तेंदुए, स्लॉथ भालू, जंगली कुत्ते, भौंकने वाले हिरन और कई दूसरे जंगली जानवर भी देखे जा सकते हैं। वैसे एक और वजह है इस स्थान के मशहूर होने के पीछे, दरसल रुडयार्ड किपलिंग की फेमस किताब द जंगल बुक की कहानी इसी पार्क के आसपास बनायी गयी थी इसी लिए ये मोगली लैंड के नाम से भी जाना जाता है।