विदेश घूमने जाना हो तो इन 5 तरीकों से बचाएं पैसे
आप विदेश यात्रा करना चाहते हैं और यात्रा के बजट का इंतजाम नहीं हो रहा है तो परेशान होने की कोई बात नहीं है। हम आप को विदेश यात्रा पर जाने के लिये पैसे कैसे बचाने हैं बतायेंगे।
ट्रैवल सेविंग फंड
विदेश यात्रा करना चाहते हैं तो सबसे पहले सेविंग फंड बनाना होगा। आपको पता करना होगा कि आप जिस देश की यात्रा करना चाहते हैं उसमें कितना पैसा लगेगा। ऐसे बहुत कम देश हैं जिनकी यात्रा का खर्च बहुत कम होता है। क्योंकि वहां की मुद्रा भारत की मुद्रा से सस्ती है। ऐसे में आप विदेश यात्रा के लिए कम अवधि में अपने कुछ नियमित खर्च में कटौती भी कर सकते हैं। आप अपने मंथली खर्च पर नजर डालेंगे तो आप को बचत की गुंजाइश दिखेगी। आप अपना सालाना बोनस भी विदेश यात्रा के लिए पैसे जुटाने में यूज कर सकते हैं।
एसबीआई दे रहा है स्कीम
भारतीय स्टेट बैंक ग्राहकों को ऐसे अकाउंट की पेशकश कर रहा है जिसके तहत रिकरिंग डिपॉजिट में मंथली सेविंग के तौर पर जमा किए गए पैसे से जाने माने ट्रैवेल ऑपरेटर से हॉलीडे पैकेज खरीद सकते हैं। 12 माह के अंत में बैंक जमा रकम और इस पर मिले रिटर्न को आपके हॉलीडे पैकेज के भुगतान के लिए ऑपरेटर को ट्रांसफर कर देता है। इसके अलावा आप बैंक में फिक्सड या रिकरिंग डिपॉजिट अकाउंट में नियमित तौर पर हर माह एक निश्चित रकम जमा कर सकते हैं। इससे आप विदेश यात्रा के लिए पर्याप्त रकम जमा कर सकते हैं।
ले सकते हैं ट्रैवल लोन
विदेश यात्रा के लिए अगर आप अपनी सेविंग से पैसा जुटा सकते हैं तो यह बेहतर विकल्प है। अगर आप सेविंग से इसके लिए पर्याप्त पैसे नहीं जुटा पा रहे हैं तो आप पर्सनल लोन के लिए भी आवेदन कर सकते हैं। कई बैंक ट्रैवेल लोन दे रहे हैं। यह पर्सनल लोन का ही वैरिएंट होता है। पर्सनल लोन लेने से पहले यह चेक कर लें कि आप समय पर लोन की ईएमआई चुका सकते हैं या नहीं। पर्सनल लोन के लिए इंटरेस्ट रेट ज्यादा होता है। जो आप के लिये समस्या खड़ी कर सकता है।
उठा सकते हैं ट्रैवल फाइनेंसिंग स्कीम का मजा
कई ट्रैवेल ऑपरेटर्स फाइनेंसिंग स्कीम चलाते हैं। जिससे आप ईएमआई पर ट्रैवेल हॉलीडे पैकेज ले सकते हैं। ट्रैवेल एजेंसियां बैंकों और एनबीएफसी से टाईअप करके फ्लाइट, खाने, रहने का खर्च कवर करती हैं। ऐसे ट्रैवेल फाइनेंस स्कीमों के तहत पैसे के रिपेमेंट की अवधि 1 से 5 साल तक होती है। इनका इंटरेस्ट रेट पर्सनल लोन की तरह होता है।
हेल्थ इंश्योरेंस जरूर करायें
बिना हेल्थ इन्श्योरेंस के अगर आप विदेश जाते हैं और वहां आप बीमार हो जाते हैं तो यह आपको बहुत महंगा पड़ेगा। विदेश में इलाज बहुत महंगा है। इसी वजह से बहुत से देशों ने अपने यहां आने वाले यात्रियों के लिए हेल्थ इन्श्योरेंस लेना अनिवार्य बना दिया है। आप विदेश यात्रा के लिए हेल्थ इन्श्योरेंस प्लान आसानी से ले सकते हैं। इससे आपका खर्च थोड़ा बढ़ जाएगा लेकिन आप मेडिकल पर होने वाले खर्च को लेकर निश्चिंत रहेंगे।