बेबी स्किन को लेकर सदियों पुराने मिथक, क्या है जाने
न्युबॉर्न बेबी का केयर काफी सावधानीभरा होना चाहिए। ऐसे में सदियों से चली आ रही मिथ्याओं को मानने की जगह उसके लिए बेहतर क्या है ये चुनें।
अक्सर बेबी के जन्म लेने पर लोगों को सही से पता नहीं होता है कि उनका किस तरह से देखभाल की जाए ताकि वो स्वस्थ रह सके। किसी की सलाह होती है कि जन्म के बाद उसे स्नान नहीं कराना चाहिए, कोई कहता है कि उसे तेल की मालिश करनी चाहिए तो वहीं किसी की ये सलाह होती है कि घर के बने पाउडर से उसके बॉडी को स्क्रब करना चाहिए। तभी कोई अगला ये कह रहा होता है कि न्यू बॉर्न बेबी की बॉडी में क्रीम का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि वो उसके स्किन की कोमलता को खत्म कर देता है।
ये सारी घरेलू सलाह किसी को भी कंफ्युज कर सकता है। आप कल्पना कर सकते हैं कि इतने सारे सलाह एक बार में सुनकर एक नई मां की क्या हालत होती होगी, कि वो किसकी सलाह को माने और उसके बेबी के लिए क्या सही है।
ये सारी बातें एक तरह से बेबी स्किन को लेकर सदियों से चली आ रही मिथ्याएं हैं जिन पर ध्यान नहीं देना चाहिए। यहां हम आपको ऐसे ही मिथकों के बारे में बता रहे हैं जो आपके बेबी के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं।
आपके बच्चे की बॉडी को साफ करने के लिए सिर्फ पानी की जरुरत होती है
पानी आपके बच्चे के स्किन को साफ करता है लेकिन अंदर से नहीं। गंदगी और धूल जो आपके बेबी के बॉडी में है उसके लिए इसे डीप क्लींजिंग की जरुरत होती है। सादा पानी बेबी स्किन को ज्यादा देर तक फ्रेश नहीं कर सकता है। मॉइश्चर वाला क्रीम सोप आपके बेबी स्किन को सही तरीके से साफ करता है। जबकि हाइ पीएच लेवल वाले सोप आपके बेबी स्किन को काफी हद तक नुक्सान पहुंचा सकता है।
बेबी स्किन को मॉइश्चर लोशन की जरुरत नहीं है
बहुतों का मानना होता है कि न्यूबॉर्न बेबी की स्किन काफी स्मूद और खूबसूरत होती है जिसमें मॉइश्चर की जरुरत नहीं होती है। लेकिन क्या आपको पता है एक न्यूबॉर्न बेबी की स्किन से मॉइश्चर एक एडल्ट की अपेक्षा पांच गुना जल्दी खत्म होता है। आप जितनी बार उनकी बॉडी के उपर मॉइश्चराइजिंग लोशन का इस्तेमाल करते हैं उतनी बार उनका ड्राय स्किन सही होता है।
लंबे समय तक डायपर पहनाने से बेबी स्किन को रैशेस का खतरा हो सकता है
एक क्लीन और हाइजेनिक डायपर से कभी भी रैशेस का खतरा नहीं हो सकता है। बल्कि एक गंदे डायपर को चेज नहीं करने से बेबी को रैशेस हो सकते हैं। लेकिन अगर एक बार रैशेस पड़ गए तो मॉइश्चुराइजिंग क्रीम के इस्तेमाल से उन्हें तत्काल हटाया जा सकता है।
दूध से स्नान कराना बेबी स्किन के लिए फायदेमंद होता है
पुरानी मान्यता है कि न्युबॉर्न बेबी और छोटे बेबी को दूध से नहलाना उनके स्किन के उपर अच्छा प्रभाव डालता है लेकिन सत्य ये है कि बेबी स्किन के उपर इसका कोई ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है। बेहतर ये होगा कि कही सुनी बातों पर ध्यान देने की बजाए अपने इंस्टिंक्ट्स की सुनें। आप ये बेहतर जानते हैं कि आपके बेबी के लिए क्या सही है और क्या गलत।
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