आपके बच्चे अगर हो जाते हैं नाराज तो ये टिप्स है आपके लिए
एक बार अगर बच्चों को गुस्सा आ जाता है फिर उन्हें नॉर्मल कराना पेरेंट के लिए एक टेढ़ी खीर हो जाती है। लेकिन अगर स्मार्टली काम लिया जाए तो उनके गुस्से को मैनेज किया जा सकता है।
बच्चों की मांगें अगर पूरी ना की जाए तो उनमें गुस्सा बहुत जल्दी फूट पड़ता है। इस पर अगर वे जिद्दी हों तो फिर पेरेंट के लिए तो वे सिरदर्द बन जाते हैं। जिस तरह से उन्हें कोई छोटा सा भी सामान देकर उन्हें आसानी से मनाया जा सकता है, इसके बिल्कुल उलट उनका गुस्सा जब सातवें आसमान पर होता है तब वे किसी की भी नहीं सुनते हैं। ऐसे में वे पागल हो जाते हैं और किसी पर भी चिल्लाना शुरु कर देते हैं। कभी-कभी तो वे इतने हिंसक रुप धारण कर लेते हैं कि वे अपने सामने किसी को भी नहीं देखते हैं और उनके हाथ में जो भी होता है वे फेंकना शुरु कर देते हैं। लेकिन ये भी सही है कि फ्रस्ट्रेशन और गुस्सा इंसानों का एक नेचुरल स्वभाव है और बच्चे इसे व्यक्त करने के लिए सबसे आसान तरीका अपनाते हैं क्योंकि उन्हें अच्छे बुरे की समझ नहीं होती है। लेकिन इसके भी कुछ उपाय हैं जिसे उन पर अप्लाय करके उनके गुस्से को मैनेज किया जा सकता है।
-आप कुछ ऐसा करें जिससे उनका मन भटक कर उस ओर चला जाए और वो अपना गुस्सा भूल जायें। उदाहरण को तौर पर आप किसी कमरे या घर के किसी कोने का अधिक से अधिक संख्या में चक्कर लगायें। ऐसा देखकर वे आपकी एक्टीविटी को काउंट करना शुरु कर देंगे और पूरी तरह से अपना गुस्सा भूल कर आपके साथ इसमें मशगूल हो जायेंगे।
-जब वे बाथरुम या ऐसे ही एक क्लोज्ड कमरे में खुद को बंद करके जोर से चिल्लाएं तो समझ जायें कि वे किसी बात पर आपसे नाराज हैं। ऐसे में आप उनके साथ कुछ ऐसा करें कि वे चिल्लाना छोड़ कर इसमें आनंद लेना शुरु करके आपके साथ व्यस्त हो जायें।
-जब वे गुस्सा होते हैं तो वे औरों को भी इरिटेट करना शुरु कर देते हैं। ऐसे में वे घर का कोई सामान उठाकर शोर करना शुरु कर देते हैं या फिर कोई फॉइल पेपर लेकर उससे शोर पैदा कर लोगों को परेशान करना शुरु कर देते हैं। अगर वे ऐसा करते हैं तो आप भी उनका साथ दें, वे आपकी कंपनी एंजॉय करेंगे फिर भूल कर आपकी बात मानने पर मजबूर हो जायेंगे।
-वे गुस्से में घर और बाहर के चक्कर लगाना शुरु कर देते हैं। आप भी उनके साथ ऐसा ही करें। वे जैसे करते हैं आप भी उनके साथ उनके स्टेप को फॉलो करें। आपके ऐसा करने से उन्हें हंसी आएगी और वे अपना गुस्सा भूल जायेंगे।
-जब वे गुस्सा होते हैं तो खुद को गंदा कर लेते हैं लेकिन किसी को नुक्सान नहीं पहुंचाते हैं। उन्हें ऐसी जगह पर लेकर ना जायें जहां उन्हें धूल और मिट्टी का ज्यादा स्कोप मिले।