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SELF ANALYSIS के बाद ही आगे बढ़ाएं कदम

By Edited By: Published: Wed, 08 Jan 2014 12:41 PM (IST)Updated: Wed, 08 Jan 2014 12:00 AM (IST)
SELF ANALYSIS  के बाद ही आगे बढ़ाएं कदम

बीसीए फ‌र्स्ट ईयर का स्टूडेंट हूं। आइटी कंपनी में जॉब करना चाहता हूं। क्या इस कोर्स को पूरा करने के बाद इस फील्ड में जॉब पा सकता हूं? या फिर मुझे एमसीए करनी की जरूरत पडेगी?

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कृशन वर्मा

अगर आपके पास और हायर प्रोफेशनल एजुकेशन के लिए पर्याप्त समय है, तो बेहतर यही होगा कि आप किसी प्रतिष्ठित संस्थान से एमसीए कर लें। क्योंकि इसके बाद आपके पास आइटी कंपनियों में जॉब के कहीं बेहतर विकल्प होंगे। अगर आप किसी कारण एमसीए नहीं कर सकते, तो भी बीसीए के आधार पर जॉब के लिए ट्राई कर सकते हैं। हां, इस बात का जरूर ध्यान रखें कि आपको आइटी व‌र्ल्ड की लगातार बदलती जरूरतों से वाकिफ रहते हुए खुद को उसके मुताबिक अपडेट भी करते रहना होगा। तभी आप इस सेक्टर में खुद को अच्छी तरह से स्टैब्लिश कर सकते हैं।

मैं बीएससी-मैथ का स्टूडेंट हूं। आइएएस ऑफिसर बनना चाहता हूं। इसके लिए मुझे क्या करना चाहिए?

आदर्श त्यागी, मवाना, मेरठ

अगर आप आइएएस ऑफिसर बनने के लिए वाकई सीरियस हैं, तो आपको अभी से स्ट्रेटेजी बनाकर रेगुलर तैयारी करनी होगी। आइएएस सिविल सर्विसेज एग्जाम के जरिए चुने जाते हैं। इसमें अपीयर होने के लिए किसी भी स्ट्रीम और सब्जेक्ट से ग्रेजुएशन होना जरूरी है। अगर आप अभी से इस एग्जाम की तैयारी करना चाहते हैं, तो सबसे पहले एग्जाम के पैटर्न को अच्छी तरह समझ लें। वैसे इसमें तीन चरण होते हैं : प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार यानी व्यक्तित्व परीक्षण। प्रारंभिक परीक्षा में ऑब्जेक्टिव क्वैश्चंस पर आधारित दो कंपल्सरी पेपर होते हैं। पहला, सीसैट का और दूसरा, जनरल स्टडीज का। इसे क्वालिफाई करने वाले कैंडिडेट्स को मुख्य परीक्षा में प्रवेश दिया जाता है, जो डिस्क्रिप्टिव बेस पर होती है। इसमें यूपीएससी की लिस्ट से अपनी पसंद का कोई एक ऑप्शनल सब्जेक्ट भी चुनना होता है। मेन्स में जनरल हिंदी और जनरल इंग्लिश का क्वालिफाइंग पेपर होता है। इसके अलावा एस्से का एक पेपर तथा जनरल स्टडीज के चार कंपल्सरी पेपर भी होते हैं। इसके अलावा, कैंडिडेट द्वारा चुने गए किसी एक ऑप्शनल सब्जेक्ट के दो पेपर भी होते हैं। सीसैट का पेपर शामिल होने के बाद कैंडिडेट्स के लिए प्रारंभिक परीक्षा कहीं ज्यादा चुनौतीपूर्ण हो गई है, लेकिन अगर सही स्ट्रेटेजी और समझ के साथ तैयारी करें, तो राह आसान हो सकती है। सिलेबस और अनसॉल्व्ड क्वैश्चन पेपर्स की मदद से आप अपनी राह को आसान बना सकते हैं।

मैंने 2013 में बीएससी किया है। मुझे समझ में नहीं आ रहा कि आगे क्या करूं?

अवनीश तिवारी

सबसे पहले तो आप अपने इंट्रेस्ट की पहचान करें। जो फील्ड सबसे ज्यादा पसंदीदा हो, उसी में आगे बढने की सोचें। किसी अच्छे संस्थान से जरूरी कोर्स करके अपनी स्किल को बढाएं, ताकि जॉब मार्केट के मुताबिक खुद को तैयार कर सकें। चाहें, तो अपनी पसंद का जॉब-ओरिएंटेड कोर्स भी कर सकते हैं। इसमें सबसे प्रमुख है सैन बेस्ड चिप लेवल हार्डवेयर-नेटवर्किग का कोर्स। किसी जाने-माने और प्रैक्टिकल लैब की सुविधा देने वाले संस्थान से इस तरह का कोर्स करना उपयोगी हो सकता है।

मैं बीए का स्टूडेंट हूं। लाइब्रेरी साइंस में करियर बनाना चाहता हूं। प्लीज मुझे इससे संबंधित कोर्स के बारे में जानकारी दें। लाइब्रेरियन बनने के लिए किस तरह की योग्यता होनी चाहिए? लाइब्रेरी साइंस का स्कोप क्या है?

शिव, हरियाणा

आप ग्रेजुएशन के बाद किसी महत्वपूर्ण कॉलेज या विश्वविद्यालय से बैचलर ऑफ लाइब्रेरी साइंस यानी बीलिब कर सकते हैं। इसके बाद एमलिब, एमफिल और पीएचडी भी कर सकते हैं। बीलिब एक साल का कोर्स है। एमफिल और पीएचडी के बाद कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के लाइब्रेरी साइंस डिपार्टमेंट में लेक्चरर बनने के अलावा लाइबे्ररियन बनने का भी ऑप्शन होता है। टीवी चैनल्स, प्रोडक्शन हाउसेज, पब्लिशिंग हाउसेज, न्यूज पेपर, मैगजीन्स आदि में डिजिटल लाइबे्ररी और फोटो लाइब्रेरी को मेंटेन करने के लिए भी लाइबे्ररियन की सेवाएं ली जाती हैं।

मैंने इकोनॉमिक्स से ग्रेजुएशन किया है। अब सोशियोलॉजी से एमए कर रहा हूं। आइएएस बनना चाहता हूं। क्या मुझे सिविल सर्विसेज की तैयारी पर फोकस करना चाहिए या फिर कोई गवर्नमेंट जॉब कर लेनी चाहिए? मेरी फाइनेंशियल बैकग्राउंड पुअर है।

राहुल कुमार

अगर आपके मन में आइएएस के प्रति तीव्र इच्छा शक्ति है और आप खुद को इतना क्षमतावान भी मानते हैं, तो फिर आपको निश्चित रूप से आइएएस की तैयारी पर फोकस करना चाहिए। जहां तक फाइनेंशियल स्थिति की बात है, तो इसके लिए आप पार्ट टाइम जॉब जैसा सॉल्यूशन निकाल सकते हैं, जिससे आपकी पॉकेट मनी और पढाई का खर्च निकल सके। लेकिन इसके लिए सबसे पहले खुद का मूल्यांकन जरूर कर लें। कहीं ऐसा न हो कि अति-आत्मविश्वास में आप अपने कई साल आइएएस यानी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के नाम पर बर्बाद कर दें। इस बारे में अपने सीनियर्स, दोस्तों, टीचर्स और फैमिली मेंबर्स से सलाह-मशविरा भी कर सकते हैं। अगर तैयारी को लेकर कॉन्फिडेंट हों, तभी इस दिशा में कदम बढाएं। अन्यथा एसएससी, बैंक या आरआरबी के जरिए गवर्नमेंट जॉब हासिल करने का प्रयास करें।

करियर से संबंधित सवाल

counselor@nda.jagran.com पर ईमेल करके पूछ सकते हैं..

अरुण श्रीवास्तव


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