काउंसलर कॉर्नर
के लिए करें रेगुलर तैयारी मैंने 52 परसेंट मार्क्स से ग्रेजुएशन पास किया है। बैंकिंग लाइन में जाना चाहती हूं। कृपया इसके लिए मार्गदर्शन करें। आकांक्षा गुप्ता आप भारतीय स्टेट बैंक और अन्य नेशनलाइज्ड बैंकों के लिए आइबीपीएस द्वारा ली जाने वाली बैंक पीओ और बैंक क्लर्क एग्जाम में अपीयर हो सकती हैं। हाला
Banking E3am
के लिए करें रेगुलर तैयारी
मैंने 52 परसेंट मार्क्स से ग्रेजुएशन पास किया है। बैंकिंग लाइन में जाना चाहती हूं। कृपया इसके लिए मार्गदर्शन करें।
आकांक्षा गुप्ता
आप भारतीय स्टेट बैंक और अन्य नेशनलाइज्ड बैंकों के लिए आइबीपीएस द्वारा ली जाने वाली बैंक पीओ और बैंक क्लर्क एग्जाम में अपीयर हो सकती हैं। हालांकि इससे पहले आपको एग्जाम और प्रश्नों का पैटर्न समझकर कम से कम छह माह रेगुलर तैयारी करनी होगी। इस दौरान निर्धारित समय सीमा में क्वैश्चंस को सॉल्व करने की प्रैक्टिस भी करें। अगर आप अपना फोकस क्लियर रखेंगी और सही दिशा में मेहनत से नियमित तैयारी करेंगी, तो निश्चित रूप से बैंक में करियर बनाने की राह पर आगे बढ़ सकती हैं। हां, अगर प्राइवेट सेक्टर के बैंकों में एंट्री करना चाहती हैं, तो इसके लिए आपको एमबीए करना पड़ सकता है।
मैंने इकोनॉमिक्स से एमए किया है, पर अब कन्फ्यूज हूं कि आगे क्या करूं? मेरा इंट्रेस्ट कंप्यूटर कोर्स में है, लेकिन यह नहीं समझ पा रहा कि कौन-सा कोर्स मेरे लिए बेहतर होगा? मैं बैंक में जॉब करना चाहता हूं। प्लीज सजेस्ट करें।
संजीव कुमार
मुझे नहीं लगता कि आपको कन्फ्यूज होने की जरूरत है। इसका एक बड़ा कारण आपका इकोनॉमिक्स से पीजी होना है। इसका फायदा आप बैंकिंग सेक्टर में उठा सकते हैं। अगर आप सरकारी बैंकों में करियर बनाना चाहते हैं, तो आप एसबीआइ और आइबीपीएस द्वारा आर्गेनाइज की जाने वाली प्रतियोगिता परीक्षा को क्लियर कर अपने कदम आगे बढ़ा सकते हैं। हां, यदि आप प्राइवेट सेक्टर के बैंकों में जॉब करना चाहते हैं, तो इसके लिए आप कंप्यूटर एकाउंटिंग की ट्रेनिंग देने वाले संस्थान से आवश्यक कोर्स करके खुद को ट्रेंड कर सकते हैं। ऐसा कोर्स सभी बड़े शहरों में उपलब्ध है। हालांकि कहीं भी एडमिशन लेने से पहले उस संस्थान में कराए जाने वाले प्रैक्टिकल की गुणवत्ता और लेटेस्ट सॉफ्टवेयर्स की उपलब्धता सुनिश्चित कर लें।
मैंने 56 परसेंट मार्क्स से इसी साल बीकॉम पास किया है। मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि आगे क्या करूं, क्योंकि मेरे पेरेंट्स आगे मेरी एजुकेशन के लिए सीरियस नहीं हैं। कृपया कोई शॉर्ट-टर्म कोर्स हो तो बताएं, जिसकी मदद से मैं आगे चलकर जॉब पा सकूं।
श्रेया
मुझे लगता है कि आपको भी बैंकिंग और कॉमर्स सेक्टर के लिए खुद को तैयार करना चाहिए। आप भी अपनी सुविधा के अनुसार कंप्यूटर एकाउंटेंसी फील्ड में तीन महीने से लेकर सालभर तक का कोई कोर्स कर सकती हैं। अच्छे संस्थान से कोर्स करने पर आप आसानी से प्लेसमेंट पा सकती हैं। एक बार जॉब मिलने के बाद आप अगर पढ़ना चाहें, तो डिस्टेंस एजुकेशन के जरिए अपने खर्चे पर एमबीए या पीजीडीएम करने की सोच सकती हैं। इससे आप बैंकिंग सेक्टर में हायर पोजीशन पर जगह बनाने में सक्षम हो सकती हैं।
मैंने डिस्टेंस लर्निंग से सोशियोलॉजी से एमए किया है। क्या मैं यूजीसी-नेट के लिए एलिजिबल हूं? इसके लिए एलिजिबिलिटी क्या है? कृपया यह भी बताएं कि क्या मैं डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएट होने के बाद किसी भी इंस्टीट्यूट से रेगुलर स्टडी कर सकता हूं?
धीरज कुमार गुप्ता
अगर आपने किसी मान्यताप्राप्त संस्थान से एमए किया है, तो आप यूजीसी द्वारा साल में दो बार आयोजित की जाने वाली नेट परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। हां, अगर एमए में आपके 55 परसेंट मार्क्स हैं, तो आप जेआरएफ के लिए अप्लाई कर सकते हैं, अगर आपके मार्क्स इससे कम हैं, तो आप लेक्चरशिप एलिजिबिलिटी टेस्ट के लिए पात्र होंगे। यही बात ग्रेजुएशन के लिए भी लागू होती है। अगर आपने किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से ग्रेजुएशन किया है, तो यह मायने नहीं रखता कि आपने रेगुलर मोड से बैचलर डिग्री ली है या फिर डिस्टेंस मोड से। अब यह आपकी क्षमता के ऊपर है कि आप अपनी तैयारी और टैलेंट से किसी एग्जाम को किस तरह क्वालिफाई करते हैं।
मैं सिविल इंजीनियरिंग का स्टूडेंट हूं। मेरी प्रॉब्लम यह है कि स्टडी में मेरा मन नहीं लग रहा। मैं क्या करूं?
एक पाठक
सबसे पहले तो इस बात पर विचार करें कि ऐसा क्यों है कि आपका पढ़ाई में मन नहीं लग रहा। क्या सब्जेक्ट आपके इंट्रेस्ट का नहीं है या फिर कोई और कारण है? अगर आप अपनी पहचान बनाना और दूसरों के सामने गर्व से सिर उठाकर चलना चाहते हैं, तो आपको अपनी कमजोरी को ताकत बनाना होगा। ऐसी कोई कमजोरी नहीं, जिसे दूर नहीं किया जा सकता। अपनी इच्छाशक्ति के बल पर आप ऐसा कर सकते हैं। अपने भीतर के टैलेंट को पहचानें और उसे बाहर निकालें।
करियर से संबंधित सवाल
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अरुण श्रीवास्तव