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करियर का मीठा अहसास

पांच हजार करोड़ रुपये से अधिक के इंडियन चॉकलेट मार्केट में सालाना तकरीबन 25 परसेंट की ग्रोथ देखी जा रही है। ऐसे में चॉकलेट टेस्टर बनकर इस इंडस्ट्री में चमकदार फ्यूचर बना सकते हैं..

By Edited By: Published: Wed, 22 Jan 2014 10:14 AM (IST)Updated: Wed, 22 Jan 2014 12:00 AM (IST)

चॉकलेट का नाम सुनते ही बडे हों या बच्चे, सभी का मन मचलने लगता है, इसीलिए चॉकलेट को फूड ऑफ गॉड्स भी कहा जाता है। लेकिन आपने कभी सोचा है कि इन चॉकलेट्स के बेहतरीन टेस्ट से हमें कौन परिचित कराता है? दरअसल, जो इसे टेस्ट करता है, हम उन्हें चॉकलेट टेस्टर कहते हैं। इंडिया में इसका मार्केट जिस तेजी से ग्रो कर रहा है। इसे देखते हुए इसमें करियर ग्रोथ की अच्छी संभावना जताई जा रही है।

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ग्रोइंग फील्ड

एसोचैम की रिपोर्ट के मुताबिक, इंडिया में लोग गिफ्ट में चॉकलेट देना पसंद करने लगे हैं और त्योहारों में इसकी डिमांड काफी बढ जाती है। इसी कारण यह मार्केट तकरीबन 25 परसेंट सालाना की दर से आगे बढ रहा है।

जॉब ऑप्शन

चॉकलेट टेस्टर के रूप में किसी भी बडी चॉकलेट बनाने वाली इंडियन या मल्टीनेशनल कंपनी, जैसे-कैडबरी, नेस्ले, अमूल आदि के साथ जुड सकते हैं। देश के सभी बडे शहरों में बेकरियां अपने प्रोडक्ट बेच रही हैं। यहां भी अच्छी सैलरी पर जॉब मिल सकती है। बडे होटल्स और रेस्टोरेंट्स में भी ऑप्शंस मौजूद हैं। इसके अलावा, खुद का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, तो यह ऑप्शन भी है।

जरूरी स्किल्स

एक कस्टमर को चॉकलेट का कलर, स्वीट स्मेल, अट्रैक्टिव डिजाइन के बाद उसका टेस्ट भाता है, इसलिए अच्छे चॉकलेट टेस्टर के लिए जरूरी है कि वह चॉकलेट के टेस्ट के साथ-साथ इन चीजों पर भी पूरा ध्यान दे। उसे मार्केट में मौजूद अन्य चॉकलेट्स के टेस्ट और क्वालिटी के बारे में भी पता हो। साथ ही, उसमें विभिन्न एज ग्रुप के लोगों के टेस्ट को जज कर सकने की स्किल जरूरी है।

कोर्स और एलिजिबिलिटी

सेंसेटिव टेस्ट बड्स और सूंघने की क्षमता रखने वाला कोई भी इस फील्ड से जुड सकता है। हालांकि कंपनियां जॉब के लिए उन्हें प्राथमिकता देती हैं, जिनके पास इससे संबंधित प्रोफेशनल नॉलेज होती है। इस फील्ड में प्रवेश के लिए सीनियर सेकंडरी के बाद न्यूट्रीशन ऐंड फूड टेक्नोलॉजी या एप्लाइड साइंस (ऑनर्स) इन फूड टेक्नोलॉजी कोर्स कर सकते हैं।

सैलरी

इस फील्ड में प्रोफेशनल्स को शुरुआत में तकरीबन 20 से 25 हजार रुपये सैलरी मिल जाती है। एक्सपीरियंस्ड लोगों की सैलरी 50 से 75 हजार रुपये प्रतिमाह तक हो जाती है। अगर विदेश जाकर किसी बडी कंपनी के साथ जुडते हैं, तो सैलरी दो लाख रुपये प्रति माह तक हो सकती है।

इंस्टीट्यूट्स

कुछ समय पहले तक इस तरह का कोर्स करने के लिए भारतीय युवाओं को विदेश जाना पडता था, लेकिन अब इंडिया में भी इस तरह के कोर्स शुरू हो गए हैं। इस तरह के प्रमुख इंस्टीट्यूट्स हैं :

-दिल्ली यूनिवर्सिटी, दिल्ली www.du.ac.in?

-यूनिवर्सिटी ऑफ मैसूर, कर्नाटक www.uni-mysore.ac.in?

-इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट, कैटरिंग टेक्नोलॉजी ऐंड एप्लॉयड न्यूट्रीशन, गोवा www.ihmgoa.nic.in

इंटरैक्शन : शरद अग्निहोत्री


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