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फार्मर @ डोर स्टेप

By Edited By: Published: Wed, 11 Dec 2013 02:34 PM (IST)Updated: Wed, 11 Dec 2013 12:00 AM (IST)
फार्मर @ डोर स्टेप

भारतीय अर्थव्यवस्था में एग्रीकल्चर इंपॉर्टेट रोल प्ले करता है। फूड प्रोडक्शन में भी इंडिया काफी आगे है, लेकिन आज भी हजारों ऐसे एग्रीकल्चर प्रोडक्ट्स हैं, जिन्हें मार्केट मिले, तो किसान ही नहीं, बल्कि आम कंज्यूमर्स को भी फायदा हो सकता है। कर्नाटक के बिद्राकन जैसे छोटे से गांव के एक नौजवान श्रीकृष्ण हेगडे ने इस प्रॉब्लम को समझा है और टेक्नोलॉजी की मदद से उसे दूर करने की कोशिश की है। श्रीकृष्ण ने कनेक्ट फॉर्मर डॉट कॉम नाम से एक ऑनलाइन पोर्टल बनाया है, जहां पर किसान और लघु उद्योगों से जुडे लोग अपना प्रोडक्ट डिस्प्ले कर सकते हैं।

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ऑनलाइन इनिशिएटिव

श्रीकृष्ण हेगडे ने बताया कि उन्होंने पढाई के दौरान ही डिसाइड कर लिया था कि वह बाकी फ्रेंड्स की तरह शहर में जॉब करने के लिए नहीं जाएंगे, बल्कि गांव में रह कर ही एग्रीकल्चर फील्ड में कुछ करेंगे। तभी उन्होंने एक रिसर्च किया, जिससे पता चला कि किसानों के सामने दो तरह की प्रॉब्लम्स सबसे ज्यादा आती हैं। पहले, यह कि वे बहुत सी ऐसी चीजों का उत्पादन करते हैं, जो साधन न होने से बाजार तक पहुंच ही नहीं पातीं, जबकि मार्केट में उनकी काफी डिमांड होती है। दूसरी प्रॉब्लम्स यह है कि हर किसान के लिए कृषि मेलों तक पहुंचना संभव नहीं होता है। हालांकि एपीएमसी जैसी सरकारी संस्थाएं कृषि प्रोडक्ट्स की मार्केटिंग करती हैं, लेकिन कई आइटम्स फिर भी छूट जाते हैं। जैसे कर्नाटक के किसान कोकम (एक तरह का फल) और एरेका जैसे प्रोडक्ट्स का उत्पादन करते हैं, जिनसे कई तरह के सामान बनाए जा सकते हैं। श्रीकृष्ण कहते हैं कि एग्रीकल्चर इंडस्ट्री के इन्हीं सारे गैप को भरने के लिए कनेक्ट फार्मर डॉट कॉम की शुरुआत की गई। इसमें उनके कंप्यूटर इंजीनियर दोस्त श्रीगणेश भट्ट और अंकल बालचंद्र हेगडे ने काफी मदद की। बालचंद्र पोर्टल के चेयरमैन हैं, जबकि श्रीगणेश सीटीओ हैं। वैसे, कई सारे लोग वॉलंटियर्स के तौर पर काम कर रहे हैं।

बिजनेस मॉडल

श्रीकृष्ण कहते हैं कि गांवों में मोबाइल और इंटरनेट की पहुंच बढने से काफी सहूलियत हो गई है। आज ज्यादातर किसानों के पास मोबाइल फोन हैं और वे इंटरनेट ऑपरेट करना सीख गए हैं। उनका बिजनेस मॉडल भी कॉस्ट इफेक्टिव और सस्टेनेबल है।

यूनीक प्लेटफॉर्म

कनेक्ट फार्मर डॉट कॉम के जरिए आज गांव का कोई भी किसान अपने प्रोडक्ट्स को सीधे कंज्यूमर तक पहुंचा सकता है। इसके लिए उन्हें सिर्फ छोटी सी राशि देकर पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन कराना होता है। कनेक्ट फार्मर डॉटकॉम के फाउंडर और इस समय आइआइएम अहमदाबाद स्थित एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट से सोशल एंटरप्रेन्योरशिप में डिप्लोमा कर रहे श्रीकृष्ण ने बताया कि एक या उससे ज्यादा प्रोडक्ट डिस्प्ले करने के लिए 200 से लेकर 500 रुपये तक का रजिस्ट्रेशन कराना होता है। वेबसाइट पर कस्टमर्स को एग्रो प्रोडक्ट की तस्वीर के साथ उसके प्राइस की डिटेल, सब कुछ मिल जाती है जिसके बाद वह सीधे किसान से सामान खरीद सकता है। इससे समय, ऊर्जा और पैसे तीनों की बचत होती है। श्रीकृष्ण ने बताया कि आज लोग फा‌र्म्स में वीकेंड बिताना चाहते हैं। कनेक्ट फार्मर डॉट कॉम पर नए एग्रो प्रोडक्ट्स के अलावा फार्म टूरिज्म सेक्टर में बढती इनकम अपॉच्र्युनिटीज से भी किसानों को अवगत कराया जाता है। इससे किसानों को आमदनी का एक्स्ट्रा जरिया भी मिल जाता है।

इंटरैक्शन : अंशु सिंह


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