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सर्विसेज का पिटारा

अब मोबाइल फोन ऐसे इलेक्ट्रॉनिक वॉलेट में बदल गए हैं, जिनसे आप बैंकिंग, शेयर कारोबार, तमाम बिलों के भुगतान, रिचार्ज जैसी तमाम सुविधाएं घर बैठे या चलते-फिरते हासिल कर सकते हैं...

By Babita kashyapEdited By: Published: Fri, 26 Dec 2014 02:02 PM (IST)Updated: Fri, 26 Dec 2014 02:08 PM (IST)
सर्विसेज का पिटारा

अब मोबाइल फोन ऐसे इलेक्ट्रॉनिक वॉलेट में बदल गए हैं, जिनसे आप बैंकिंग, शेयर कारोबार, तमाम बिलों के भुगतान, रिचार्ज जैसी तमाम सुविधाएं घर बैठे या चलते-फिरते हासिल कर सकते हैं... 

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मोबाइल फोन ऐसे गैजेट बन गए हैं जो आज हर किसी के सबसे ज्यादा करीब रहते हैं। मोबाइल फोन का इस्तेमाल आप कॉल, एसएमएस, एंटरटेनमेंट के लिए तो करते ही हैं, अब मोबाइल फोन ऐसे इलेक्ट्रॉनिक वॉलेट में बदल गए हैं जिनसे आप बैंकिंग, शेयर कारोबार, तमाम बिलों के भुगतान, रिचार्ज जैसी तमाम सुविधाएं घर बैठे या बस, टैक्सी, मेट्रो में चलते-फिरते हासिल कर सकते हैं। ऑनलाइन शेयर टे्रडिंग, बैंकिंग और अन्य सर्विसेज के बाद अब मोबाइल वॉलेट इनके लिए सबसे महत्वपूर्ण माध्यम साबित होने जा रहा है। इस तरह मोबाइल फोन अब पूरी तरह से एक फाइनेंशियल टूल की तरह कार्य करने लगे हैं। 

रिजर्व बैंक ने पेमेंट बैकों के बारे में नई गाइडलाइन जारी की है, जिसके बाद अब मोबाइल वॉलेट का इस्तेमाल कई नई चीजों में हो सकेगा, जिनकी अभी तक इजाजत नहीं थी। जैसे-दुकानों में शॉपिंग के बाद आप पेटीएम और ऑक्सीजन जैसे वॉलेट की मदद से अपने मोबाइल से ही पेमेंट कर पाएंगे। ग्राहकों को दुकान पर पैसे ले जाने की जरूरत नहीं होगी और न ही खुदरा पैसों के लिए उलझना पड़ेगा। यही नहीं, अब बैंक यूएसएसडी आधारित मोबाइल बैंकिंग की शुरुआत करने जा रहे हैं, जिसके बाद आपको इस सेवा के लिए इंटरनेट कनेक्शन रखने की जरूरत भी नहीं रह जाएगी। आप बेसिक फोन से भी यह सेवा हासिल कर सकेंगे।

मोबाइल में बैंक

मोबाइल बैंकिंग असल में इस सेक्टर में एक नई क्रांति जैसी है, जिससे बैंक आपकी जेब तक पहुंच गए हैं। स्मार्टफोन के इस्तेमाल से अब तमाम तरह की बैंकिंग गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा है। मोबाइल फोन के जरिए फंड ट्रांसफर, हर तरह के ट्रांजैक्शन पर एसएमएस अलर्ट, एसएमएस के जरिए बैंकिंग उत्पादों की जानकारी हासिल की जा सकती है। मोबाइल बैकिंग की सुविधा हासिल करने के लिए आमतौर पर बैंक में एक एप्लीकेशन फॉर्म भरना होता है, जिसके कुछ दिनों के बाद बैंक आपको एक एमएमआइडी नंबर और एम-पिन देता है। आप एटीएम जाकर भी मोबाइल फोन बैंकिंग सेवा लेने के लिए रजिस्टर कर सकते हैं। मोबाइल बैकिंग सुविधा देने के लिए तमाम बैंकों ने ऐप भी लॉन्च किए हैं। ये ऐप एक तरह से आपके नेट बैंकिंग के एक्सटेंशन जैसे होते हैं, इनमें आप बैंलेंस इंक्वायरी, चेक बुक रिक्वेस्ट के अलावा फंड ट्रांसफर, डीटीएच रिचार्ज और अन्य बिलों का भुगतान कर सकते हैं।

पोस्ट सेवाएं और बीमा

डाक विभाग अब ग्राहकों को मोबाइल मनी ऑर्डर की सुविधा दे रहा है। इसी तरह बीमा कंपनियों ने भी मोबाइल पर कई तरह की सेवाएं देनी शुरू की हैं। बीमा कंपनियों ने मोबाइल फोन की मदद से क्लेम सेटलमेंट के लिए कुछ नये प्रयास शुरू कर दिए हैं। इसके अलावा अब ग्राहक मोबाइल के इस्तेमाल से अपने बीमा का प्रीमियम भी जमा कर सकते हैं। 

शेयर मार्केट कारोबार

अब तो मोबाइल के जरिए शेयर मार्केट में भी निवेश किया जा रहा है। बीएसई और एनएसई जैसे स्टॉक एक्सचेंजों ने निवेशकों को मोबाइल के जरिए शेयर मार्केट में निवेश की सुविधा प्रदान की है। निवेशकों की सुविधा केे लिए कई तरह के ऐप्स भी लॉन्च किए गए हैं। बीएसई इंडिया का एंड्रॉयड ऐप हिंदी सहित नौ भाषाओं में उपलब्ध है। अब म्यूचुअल फंड कंपनियां ग्राहकों को मोबाइल के जरिए निवेश प्रबंधन की सुविधा दे रही हैं। कई म्यूचुअल फंड कंपनियां अब ग्राहकों को मोबाइल के जरिए पोर्टफोलियो निर्माण की सुविधा भी दे रही हैं।

बिलों का भुगतान

आप तमाम बिलों का भुगतान घर बैठे या बस, मेट्रो में बैठे अपने स्मार्ट फोन से आराम से कर सकते हैं। प्रॉपर्टी टैक्स, बस टिकट या सरकारी सेवाएं, बिजली-पानी बिल, नेट रिचार्ज, फोन रिचार्ज, डीटीएच रिचार्ज तथा कई तरह की खरीदारियों का भुगतान भी मोबाइल फोन के जरिए किया जा सकता है।

दिनेश अग्रहरि

तथ्य और सावधानियां

-मोबाइल फोन से अब शेयर मार्केट, म्यूचुअल फंड में निवेश भी किया जा सकता है। 

-करीब 11.5 करोड़ मोबाइल बैंकिंग ग्राहकों के साथ एसबीआई इस मामले में सबसे आगे है। 

-देश में मैसेज आधारित मोबाइल बैंकिंग सेवाएं शुरू की जा रही हैं, जिससे बेसिक फोन से ही बैंकिंग सेवाएं हासिल की जा सकेंगी। 

-पेमेंट के बारे में रिजर्व बैंक की नई गाइडलाइन से अब मोबाइल फोन का इस्तेमाल दुकानों पर खरीद के बाद भुगतान में हो सकेगा। 

-कभी भी अपना पिन या कस्टमर आइडेंटिफिकेशन नंबर (सीआइडी) अपने मोबाइल फोन में सेव करके न रखें। 

-मोबाइल फोन बैंकिंग उतना ही सेफ है, जितना कि नेट बैंकिंग, इसलिए आप थोड़ा सचेत रहते हुए इसका इस्तमाल कर सकते हैं। 

-फंड ट्रांसफर की पूरी प्रक्रिया को अच्छी तरह से समझ लें, ताकि कोई नुकसान न उठाना पड़े। 


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