लपकते हैं
लपकते हैं
Publish Date:Mon, 24 Jul 2017 05:49 PM (IST)
आजकल शहर में जितनी सवारियां नहीं, उससे ज्यादा तो ऑटो और ई-रिक्शा हैं.
कोई सवारी दिख जाए तो ऐसे लपकते हैं कि मानो किडनैप कर रहे हों.
लपकते हैं
आजकल शहर में जितनी सवारियां नहीं, उससे ज्यादा तो ऑटो और ई-रिक्शा हैं.
कोई सवारी दिख जाए तो ऐसे लपकते हैं कि मानो किडनैप कर रहे हों.