बालीडीह बालूघाट पर प्रशासन का छापा
जागरण संवाददाता, चाईबासा : पश्चिम सिंहभूम एवं सरायकेला के बीच पड़ने वाली खरकई नदी के बाली
जागरण संवाददाता, चाईबासा : पश्चिम सिंहभूम एवं सरायकेला के बीच पड़ने वाली खरकई नदी के बालीडीह बालूघाट पर बगैर नीलामी के अवैध खनन की शिकायत मिलने के बाद सोमवार को सरायकेला के प्रशासनिक अधिकारियों ने सुबह करीब पांच बजे छापेमारी की। सरायकेला-खरसावां के उपायुक्त रमेश घोलप के निर्देश के बाद हुई कार्रवाई के दौरान प्रशासनिक टीम करीब तीन घंटे तक घाट पर मौजूद रही।
इस दौरान अवैध खनन एवं ट्रैक्टर-टाली से बालू ले जाने के निशान मिले। आश्चर्यजनक पहलू यह रहा है कि सुबह की गई छापेमारी की भनक अवैध बालू कारोबारियों को पहले ही लग गई थी। छापेमारी के दौरान करीब तीन घंटे तक एक भी वाहन अथवा मजदूर घाट पर बालू का उठाव करने नहीं पहुंचा। टीम में सरायकेला के अनुमंडल पदाधिकारी संदीप दूबे, जिला खनन पदाधिकारी संजय शर्मा, राजनगर अंचल अधिकारी राजीव कुमार तथा राजनगर थाना से पुलिस बल के जवान शामिल थे। जांच के लिए पहुंची टीम ने ईचा गांव से बालीडीह गांव के बीच स्थित नाले की पुलिया से होकर खेतों के बीचो-बीच होते हुए नदी किनारे तक पहुंचने के लिए बनाए गए कच्चे रास्ते को भी देखा। टीम ने बालीडीह घाट पहुंचकर पूरे क्षेत्र का भ्रमण किया। इस दौरान मौके से लंबे समय से बड़े पैमाने पर बिना चालान के अवैध रूप से बालू खनन की पुष्टि हुई, साथ में सरकार को लाखों रुपये के राजस्व की क्षति की जानकारी मिली। मिली सूचना के अनुसार बीते 15 दिन से घाट पर लगातार 24 घंटे अवैध खनन हो रहा था। ऐसे में जांच टीम की छापेमारी से पहले घाट पर पसरा सन्नाटा अवैध बालू कारोबारियों के मजबूत सूचना तंत्र की साफ गवाही दे रहा है। दौरे में टीम को बालू लदी ट्रैक्टर ट्रॉली खेत के बीचोबीच खड़ी मिली।