सड़क पर गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क
संवाद सूत्र, नोवामुंडी : बड़ाजामदा भट्टीसाई से पांड्राशाली गांव जाने वाली सड़क की जर्जर हालत स
संवाद सूत्र, नोवामुंडी : बड़ाजामदा भट्टीसाई से पांड्राशाली गांव जाने वाली सड़क की जर्जर हालत से ग्रामीण आजीज आ चुके हैं। सड़क को देखने से ऐसा प्रतीत होता है की सड़क पर गड्ढे हैं या गड्ढे में सड़क इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल है। ग्रामीण करें भी तो क्या इस कीचड़मय सड़क से होकर लोगों को शहरी क्षेत्र में जाने व लौटने के सिवा और कोई विकल्प भी तो नहीं है। इस सड़क से होकर चलने का अर्थ मौत को गले लगाने के सिवा और कुछ नहीं है। वैसे तो विभिन्न खदानों से प्रत्येक दिन लाखों टन लौह अयस्क लेकर भारी वाहनों की लंबी कतार बड़ाजामदा रेलवे साइ¨डग में लगने वाले रैक के लिए प्लॉट तक जाती व लौटती हैं। फिर भी सड़क निर्माण के प्रति किसी का ध्यान नहीं है। सबसे अधिक परेशानी तो पैदल चलने वाले लोगों के लिए है वहीं साईकिल वाले किसी तरह सड़क पार करते हैं। चार चक्का वाहनों को भी किसी तरह इसी सड़क से पार करना पड़ता है। स्कूली छात्र-छात्राओं के लिए तो और भी दिक्कत है। इसी को लेकर अधिकतर बच्चे रेलवे लाइन पार करके किसी तरह से मुख्य सड़क तक आना जाना करते हैं। यदि बीच समय में स्टेशन पर मालगाड़ी रूक गई तो स्कूल जाने व घर लौटने में गाड़ी छूटने का इंतजार करना पड़ता है। यह हाल वर्षों से है। इसी रास्ते से होकर पांड्राशाली, नयागांव, दिरीबुरु, बड़ाजामदा बस्ती, कंतोड़ेया के लोग प्रखंड मुख्यालय, अनुमंडल कार्यालय व जिला कार्यालय आते-जाते हैं। बुधवार को जिप सदस्य शंभू हाजरा व सुभाष गोप ने इसी खस्ताहाल सड़क से होकर एक बीमार व्यक्ति को साइकिल पर ले जाते समय किसी तरह गड्ढे से पार कराया। शंभू हाजरा ने बताया कि दर्जनों बार अधिकारियों को सड़क मरम्मत के लिए आवेदन दिया जा चुका है। फिर भी सड़क ठीक करने के प्रति किसी का ध्यान नहीं है। माइंस प्रबंधन व रेलवे साइडिंग ठेकेदार को भी कम से कम इस पर ध्यान देना चाहिए। ये लोगो पब्लिक सेवा के प्रति गंभीर नहीं है।