बरसात के पहले डोभा निर्माण कार्य करें पूरा : एसडीओ
संवाद सूत्र, नोवामुंडी : जगन्नाथपुर एसडीओ इश्तियाक अहमद ने कहा कि हर हाल में डोभा निर्माण क
संवाद सूत्र, नोवामुंडी : जगन्नाथपुर एसडीओ इश्तियाक अहमद ने कहा कि हर हाल में डोभा निर्माण कार्य बरसात के पहले पूरा हो जाना चाहिए। ग्राम स्वच्छता मिशन योजना के तहत जिन महिला समितियों ने अग्रिम के अनुसार उपयोगिता प्रमाण पत्र जमा नहीं किया है। वे सभी शौचालय से संबंधित कागजात दो दिन के भीतर उपयोगिता प्रमाण पत्र प्रखंड समन्वयक के पास जमा करना सुनिश्चित करें। अन्यथा लापरवाही बरतने वाली महिला समिति पर कार्रवाई की जाएगी। जगन्नाथपुर एसडीओ इश्तियाक अहमद मंगलवार को नोवामुंडी बीडीओ अमरेन डांग की अध्यक्षता में आयोजित साप्ताहिक योजना समीक्षा बैठक में पंचायत मुखिया व महिला समिति को दिशा निर्देश दे रहे थे। बैठक में बीडीओ ने बताया कि बालीझरन पंचायत में विकास कार्य के लिए 50 हजार रुपये का अग्रिम चेक दिया गया है। परंतु पंचायतभर में एक भी काम नहीं हुआ है। इसकी जांच के लिए दो सदस्यीय टीम गठित कर दी गई है। जांच टीम के कनीय अभियंता वालिद अनवर व नरेश मुंडा को जांच रिपोर्ट दो दिन के भीतर देने को कहा गया है। मौके पर पंचायत मुखिया, पंचायत सेवक, रोजगार सेवक व स्वयं सेवकों को डाटा संग्रह कर प्रखंड कार्यालय प्रखंड कोषांग में उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। बैठक में प्रधानमंत्री आवास योजना के पंचायत सेवक सोमनाथ ¨पगुवा से कार्य के प्रति लापरवाही बरतने के आरोप में स्पष्टीकरण मांगा गया है। वहीं पेयजल एवं स्वच्छता मिशन योजना से संबंधित पंचायतों में दी गई राशि कि विभिन्न पंचायतों से उपयोगिता प्रमाण पत्र जमा करने का आदेश दिया गया है। उपयोगिता प्रमाण पत्र जमा नहीं करने वालों में बाबाड़िया, जेटेया, पोखरपी, नुईया महिला समिति, दिरीबरु मां तारिणी महिला समिति, दिरीबरु सहयोगी महिला समिति, कंटडया महिला समिति, कोटगढ़ शिव भगवान महिला समिति, दिरीबरु महाकल्याणी महिला समिति, जेटेया गुलाब महिला समिति का नाम सूचीबद्ध किया गया है। बैठक में सभी पंचायत के प्रधानमंत्री आवास योजना का 70 प्रतिशत जियो टै¨गग पूर्ण करने का निर्देश दिया गया है। डोभा निर्माण कार्य में जेटेया, दुधबिला, पेटेता, कादाजामदा व दिरिबरु पंचयात में सबसे धीमी गति से काम होने की बात सामने आई। साथ ही उपस्थित प्रखंडकर्मियों को 14वे. वित्त आयोग के तहत पिछले दो साल का जांच प्रतिवेदन समर्पित करने को कहा गया है।