डायन के संदेह में भतीजों ने कर दी चाची की हत्या
जागरण संवाददाता, चाईबासा : विगत तीन सप्ताह से लापता अधेड़ महिला शोरदी देवी का सड़ा-गला शव
जागरण संवाददाता, चाईबासा : विगत तीन सप्ताह से लापता अधेड़ महिला शोरदी देवी का सड़ा-गला शव पुलिस ने शुक्रवार को बरामद कर लिया। डायन के संदेह में महिला के भतीजों ने उसकी हत्या कर साक्ष्य छिपाने के लिए शव को गांव से करीब आधा किलोमीटर की दूरी पर स्थित कांडेगुटू जंगल के पास दफना दिया था। मृतक के बेटे सुखलाल गोप के फर्दबयान पर उसके चचेरे भाई अर्जुन गोप, शिबो गोप एवं सीदिऊ गोप को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इन्हीं आरोपियों की निशानदेही पर मृतक शोरदी देवी का सड़ा-गला शव पुलिस ने बरामद कर लिया है। तीनों हत्यारों ने जुर्म कबूल कर लिया है। शुक्रवार शाम डीएसपी मुख्यालय प्रकाश सोय ने तीनों आरोपियों को मीडिया के समक्ष प्रस्तुत करते हुए बताया कि तांतनगर ओपी थाना क्षेत्र के खेड़ियाटांगर गांव निवासी 55 वर्षीय अधेड़ महिला शोरदी देवी 28 दिसंबर 2016 से लापता थी। मृतक के बेटे सुखलाल गोप ने 18 जनवरी को ओपी पहुंच कर उसकी मां के लापता होने की शिकायत की थी। उसने मां की हत्या कर दिए जाने का संदेह व्यक्त करते हुए इन आरोपियों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई थी। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए छानबीन शुरू कर दी। शुक्रवार को तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया तो तीनों आरोपियों ने हत्या की बात को स्वीकार किया। उन्होंने बताया कि आरोपियों की निशानदेही पर शोरदी देवी का सड़ा-गला शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया है। लेकिन शव अत्याधिक सड़ जाने के कारण उसे जमशेदपुर रेफर कर दिया गया है। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि मृतक शोरदी देवी डायन विद्या जानती थी जिसके कारण आरोपियों के घर वाले अक्सर बीमार रहते थे। 28 दिसंबर को आरोपी अर्जुन गोप का शादी हो रहा थी। इस मौके पर मृतक शोरदी देवी भी वहां पहुंच गई और खाना-पीना व नाच-गान करने लगी। इसी क्रम में अर्जुन गोप, शिबो गोप और सिदिऊ गोप ने उसकी हत्या करने की योजना बनाई। रात करीब 10 बजे शोरदी देवी अपने घर सोने के लिए चली गई। शादी समारोह का फायदा उठाते हुए रात के 11 बजे तीनों आरोपी शोरदी देवी का घर पहुंचे तो देखा के शोरदी देवी घर के अंदर सो रही है। सभी आरोपी घर के अंदर घुस गए और उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद शव को कंधे पर उठाकर गांव से करीब आधा किलोमीटर दूरी पर स्थित कांडेगुटू जंगल के पास गढ्ढा खोदकर उसे दफना दिया। ज्ञात हो कि शोरदी देवी अपने घर में अकेली रहती थी। उसका एक बेटा सुखलाल गोप गुजरात में रहकर मजदूरी करता था। मकर पर्व को लेकर 14 जनवरी को वह अपने गांव पहुंचा था। घर में देखा कि उसकी मां नहीं थी। आस-पास के लोगों से पूछताछ किया लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। इसके बाद सुखलाल गोप अपनी मां का खोजने के लिए दीदी के पास चला गया लेकिन वहां भी नहीं मिली। अन्य रिश्तेदारों के यहां भी पहुंचा लेकिन मां का कहीं पता नहीं चला। इसके बाद उसने अपने रिश्तेदारों के साथ तांतनगर ओपी पहुंचकर अपनी मां के लापता होने की सूचना दी थी।