बहुआयामी कृषि को अपना समृद्ध कृषक बने प्रभुदास
सिमडेगा : जिले के सदर प्रखंड अंतर्गत जोकबहार डीपाटोली के श्रमशील किसान प्रभुदास केरकेट्टा आज अपने लग
सिमडेगा : जिले के सदर प्रखंड अंतर्गत जोकबहार डीपाटोली के श्रमशील किसान प्रभुदास केरकेट्टा आज अपने लगन एवं सतत प्रयास से न सिर्फ अपने आप को एक समृद्ध किसान के रूप में स्थापित किया है,बल्कि अन्य किसानों के लिए भी प्रेरणास्त्रोत बन गए हैं। किसान प्रभुदास खेती-बाड़ी को तो जीविकोपार्जन का आधार बनाया ही है, साथ ही करीब 10 एकड़ अपनी जमीन में 2 हजार से अधिक विभिन्न फलदार पौधे लगाकर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी सार्थक प्रयास कर रहे हैं। आज वस्तुस्थिति यह है कि किसान प्रभुदास से प्रेरणा लेकर समीपवर्ती गांवों में कई किसान भी खेती कार्य सहर्ष स्वीकार कर रहे हैं। विदित हो कि प्रभुदास केरकेट्टा करीब 20 वर्षों से कृषि कार्य में जुटे हुए हैं। उनके पास करीब 20-25 एकड़ जमीन है। उन्होंने जमीन के आधे हिस्से पर बगान बनाया है। जिसमें आम, लीची, मौसमी, नींबू आदि के 2000 से अधिक पौधे लगाए हैं। आज अधिकांश पौधे फल देना भी शुरू कर दिया है। गत सीजन में भी प्रभुदास ने आम की बिक्री कर अच्छी आमदनी हासिल की थी। उनके बगीचे में विभिन्न वैरायटी के आम उपलब्ध हैं। ऑफ सीजन में भी उनके बगान में लगे बारहमासी आम के पौधों में अभी भी फल लगे हुए हैं। इसके अलावा प्रभुदास न सिर्फ अपने खेतों मे एक फसल उपजाते हैं, बल्कि वे अपने खेतों से बहूफसली फसल भी उपजाते हैं। आलू, गोभी, टमाटर, बंदगोभी जैसे महत्वपूर्ण सब्जी फसल की उपज से भी प्रभुदास की अच्छी आय अर्जित होती है। इसके अलावा मछली पालन, पशुपालन को भी प्रभुदास ने अर्थोपार्जन का साधन बनाया है। प्रभुदास के खेत में तीन तालाब भी बने हैं, जहां वे मछली पालन व बिक्री करते हैं। वहीं सूकर पालन भी प्रभुदास के आर्थिक उन्नयन की राह में सहायक सिद्ध हो रही है। इधर प्रभुदास को बेहतर कृषि कार्य के लिए बेस्ट किसान का अवार्ड भी मिला है। उन्होंने कहा कि उनका पूरा दिन खेती कार्य में बीतता है। कहा कि सरकारी मदद मिले तो वे और भी अच्छे ढंग से खेती कार्य कर पाएंगे। उन्होंने जिला प्रशासन से हर अपने लिए पावर ट्रैक्टर के साथ-साथ समीप नाले पर चैकडेम बनवाने, बगान की घेराबंदी की मांग की। आज क्षेत्र के ग्रामीणों में प्रभुदास काफी प्रसिद्ध हैं। उनकी प्रसिद्धि के कारण उनकी पत्नी ज्योति केरकेट्टा 2015 में जोकबहार पंचायत से समिति सदस्य के रूप में निर्वाचित हुई है।