अंतिम अशरा में शब-ए-कद्र की तलाश प्रारंभ
सिमडेगा:पाक रमजान माह का 20वां रोजा गुजरने के साथ ही तीसरे व अंतिम अशरा शुरू हो गया है । सोमवार को 2
सिमडेगा:पाक रमजान माह का 20वां रोजा गुजरने के साथ ही तीसरे व अंतिम अशरा शुरू हो गया है । सोमवार को 20 रोजा मुकम्मल होने के बाद मगरिब से उर्दू की 21वीं तारीख शुरू हो गई, जो शब ए कद्र की तलाश की रात हो सकती है। ज्ञात हो कि रमजान को 10-10 दिन के तीन अशरा में बांटा गया है, जिसमें अखिर अशरा के अंदर गुनाहों से मगफिरत और जहन्नम से खलासी के लिए एक खास शब है,जिसमें इबादत करना हजार महीनों के इबादत करने से बेहतर है। शब ए कद्र को रमजान की 21, 23, 25, 27 तथा 29 वीं का रात में अल्लाह ताअला ने छुपा दिया है। इस रात में बंदा अल्लाह की बारगाह में इबादत करते हुए अपने गुनाहों का एतराफ करते हुए सच्चे दिल से उसकी माफी मांगेगा तो अल्लाह ताअला खुश होकर उसके गुनाहों को माफ करते हुए उसकी मगफिरत फरमा देंगे। इधर रमजान का अंतिम अशरा शुरू होने के साथ ही इबादतगाहों में इबादत करते लोगों में बढ़ेातरी,जकात तथा फितरा की रकम गरीब व मिस्किनों में बांटने, बचे हुए रमजान का एहतमाम करने के साथ ही ईद की भी तैयारी में लोग जुट गए हैं। इसके लिए नए कपड़े खरीदने, कुरता आदि को सिलाने तथा महिलाएं भी परिधान खरीदने बाजारों में नजर आ रही हैं।