Move to Jagran APP

लीड :::: अमन का इतिहास कायम रखें : उपायुक्त

फोटो संख्या-1, 2 सिमडेगा : सलडेगा से गत 25 जून से अपहृत छात्रा के चार दिन बीत जाने के बावजूद उ

By Edited By: Published: Mon, 29 Jun 2015 06:17 PM (IST)Updated: Mon, 29 Jun 2015 06:17 PM (IST)

फोटो संख्या-1, 2

loksabha election banner

सिमडेगा : सलडेगा से गत 25 जून से अपहृत छात्रा के चार दिन बीत जाने के बावजूद उसका कोई सुराग नहीं मिल पाने से दो समुदाय विशेष के बीच आपसी तनातनी के मद्देनजर पुलिस प्रशासन द्वारा सोमवार को नगर भवन में शांति समिति की बैठक आयोजित की गई। जिसमें दोनों समुदाय के गणमान्य लोगों समेत जनप्रतिनिधियों ने आपसी सद्भाव एवं सौहार्दपूर्ण माहौल कायम रखने का संकल्प लिया। दरअसल लड़की पक्ष के लोगों ने रविवार की शाम सदर थाना में पहुंचकर प्रदर्शन करते हुए जल्द-से-जल्द लड़की की वापसी की मांग करते हुए नारेबाजी व हो-हंगामा किया था। ठीक इसी घटना के उपरांत ¨प्रस चौक में हुए मारपीट के विरुद्ध में भठ्ठीटोली चौक पर लोगों ने सड़क जाम कर दिया। हालांकि इस घटना की सूचना के बाद पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए लोगों को समझा बुझाकर शांत किया। इस घटना के बाद जिला पुलिस द्वारा शांति समिति की बैठक बुलाई गई। जिसमें उपायुक्त विजय कुमार मुंजनी ने कहा कि सिमडेगा में अमन का इतिहास काफी पुराना रहा है। ऐसे में समाज के सभी वर्ग के लोगों की जिम्मेदारी बनती है कि वे आपस में मिल बैठकर समस्या का हल ढूंढने का प्रयास करें। लड़का-लड़की के बारे में कोई जानकारी मिलने पर तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दें। एसपी राजीव रंजन ने कहा कि उनके स्तर से लड़का-लड़की को ढूंढ़े जाने का प्रयास लगातार जारी है। अगर इस संबंध में दोनों ही परिवार में से किसी को कोई भी जानकारी मिले तो पुलिस को उपलब्ध कराएं। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि इस पूरे मामले को संप्रदाय विशेष न जोड़ा जाए। दरअसल ये महज दो लड़का-लड़की के गायब होने का मामला है। बैठक में शामिल सिमडेगा विधायक विमला प्रधान ने कहा कि हर चीज को कानूनी नजर से नहीं देखा जाना चाहिए। कई बार सामाजिक भावनाओं का भी ख्याल रखना पड़ता है। उन्होंने कहा कि सर्वप्रथम पुलिस को लड़की की वापसी के लिए प्रयास करना चाहिए। क्योंकि वापसी के बाद ही मामला स्पष्ट हो पाएगा। इसके अलावा एसडीओ दिलेश्वर महतो ने भी लोगों से शांति बनाये रखने की अपील की। उन्होंने समिति के पदाधिकारियों से शांति भंग करने वाले लोगों को चिह्नित कर सूचित करने को कहा। बैठक के दौरान ओमप्रकाश साहू, डीडी ¨सह, लहरू ¨सह, मोतीलाल अग्रवाल, मनोज जैन, समी आलम, मो.मोईनुद्दीन, फौजी मियां, डॉ.आलम आदि ने भी दोनों समुदाय के लोगों से शांति बनाये रखने की अपील करते हुए लड़की-लड़के की वापसी में सहयोग करने की बात कही। बैठक के दौरान वक्ताओं ने शहर के सिमडेगा कॉलेज रोड, सामटोली समेत अन्य शैक्षणिक संस्थानों के समीप छेड़खानी जैसे घटनाओं पर पुलिस प्रशासन से लगाम लगाने के साथ-साथ आवारा लड़कों पर नकेल कसने की मांग की गई। मौके पर जिप अध्यक्ष मेनोन एक्का, उपाध्यक्ष बिरसा मांडी, नगर पंचायत अध्यक्ष फूलसुंदरी देवी, उपाध्यक्ष संतोष देवी, जेल अधीक्षक नंद जी राम, एसडीपीओ कौशर अली, डीएसपी राजा कुमार मित्रा, एनडीसी शिवनंदन बड़ाईक, जिप सदस्य अनिता कुजूर, नील जस्टिन बेक, इंस्पेक्टर सरोज श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।

एसपी ने खोया आपा

सिमडेगा: शांति समिति की बैठक के दौरान पुलिस कप्तान राजीव रंजन उस वक्त अपना आपा खो बैठे, जब वार्ड पार्षद अरुण ¨सह अपनी बात रख रहे थे। एसपी ने उन्हें चेतावनी देते हुए कहा कि आप लगातार मामले को गलत दिशा में ले जाने का प्रयास कर रहे हैं। वे गिरफ्तारी तक की बात बोल गए। हालांकि बैठक के अंत में एसपी ने इसके लिए खेद व्यक्त किया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.