रेफरल अस्पताल में जच्चा-बच्चा की मौत
ठेठईटांगर : प्रखंड मुख्यालय स्थित रेफरल अस्पताल में गुरुवार की रात्रि में सिजेरियन ऑपरेशन के उपरा
ठेठईटांगर : प्रखंड मुख्यालय स्थित रेफरल अस्पताल में गुरुवार की रात्रि में सिजेरियन ऑपरेशन के उपरांत जहां पहले मृत बच्चे को महिला के पेट से निकाला गया। वहीं कुछ ही देर बाद ही प्रसव पीड़िता दयामनी हेरेंज की भी मौत हो गई। महिला के मौत की वजह अधिक रक्तस्त्राव होना बताया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार प्रखंड के कुटनियां ढावठांटोली निवासी दयामनी हेरेंज को प्रसव पीड़ा के उपरांत 23 जून को सुबह में उसे रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दयामनी के साथ उसकी मां हल्यानी कंडुलना के अलावा अन्य परिजन भी उसके साथ थे। दो दिनों तक इंतजार के बाद गुरुवार को चिकित्सक ने महिला का ऑपरेशन कर पेट से मृत बच्चे को तो निकाला, किन्तु अधिक रक्त स्त्राव के कारण दयामनी की मौत हो गई। महिला का ऑपरेशन डॉ मिदेन मुंडू के द्वारा किया गया था। परिजनों ने कहा है कि रेफरल अस्पताल में सिजेरियन ऑपरेशन के लिए अगर पर्याप्त संसाधन उपलब्ध नहीं थे तो ऐसे में मरीज को अस्पताल में भर्ती नहीं करना चाहिए अथवा उसके तुरंत बेहतर इलाज के लिए अन्यत्र रेफर कर देना चाहिए था। विदित हो कि रेफरल अस्पताल में प्रसव पीड़िता को 36 घंटा रखने के बाद चिकित्सक द्वारा ऑपरेशन किया जाता है और फिर पहले मृत बच्चे को बाहर निकाला जाता है तथा महिला की मौत हो जाती है। परिजनों ने यह भी बताया कि इससे पूर्व भी महिला के बच्चे की मौत जन्म के उपरांत गांव में हो गया था। इस कारण इस बार परिजन किसी तरह की कोई चूक नहीं करना चाहते थे और उन्होंने प्रसव के लिए गर्भवती महिला को रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन यहां जच्चा व बच्चा दोनों की जान चली गई। जिससे परिवार काफी आहत है। इस संबंध में जब डॉ. मिदेन मुंडू से उनका पक्ष जानना चाहा तो उनके द्वारा कॉल रिसीव नहीं किया गया। वहीं इस पूरे मामले में सिविल सर्जन डा.बेनेदिक्त ¨मज ने कहा कि इस संबंध में टीम द्वारा जांच किये जाने की बात कही। साथ ही कहा कि चिकित्सक द्वारा किसी तरह लापरवाही की बात सामने आयी तो समुचित कार्रवाई की जाएगी।