यीशु के आदर्शो को करें आत्मसात
सिमडेगा : जिले के विभिन्न गिरजाघरों में खजूर पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर धर्मावलं
सिमडेगा : जिले के विभिन्न गिरजाघरों में खजूर पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर धर्मावलंबियों ने शोभायात्रा निकाली गई। वहीं गिरजाघरों में मिस्सा अनुष्ठान हुए। संत अन्ना महागिरजाघर में खजूर पर्व के मौके पर रविवार की सुबह में विशेष मिस्सा अनुष्ठान किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में धर्मावलंबी शामिल हुए। इधर ठेठईटांगर प्रखंड में रविवार को खजूर पर्व मनाया गया। इस दौरान विभिन्न चर्च में विशेष मिस्सा अनुष्ठान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कैथोलिक चर्च पंडरीपानी में रविवार को बिशप स्वामी विसेंट बरवा ने मिस्सा बलिदान कर प्रार्थना सभा शुरू किया। उन्होंने अपने संदेश में कहा क खजूर पर्व यीशु के येरुशलम में प्रवेश के स्मरण में यह पर्व मनाया जाता है। अंतिम बार उन्होंने येरुसेलेम में मृत्यु की घोषणा की। वहीं बिशप स्वामी ने कहा कि खजूर पर्व से ही पुण्य पास्का का सप्ताह शुरू हो जाता है। परमपिता परमेश्वर के प्रिय पुत्र यीशु मानव जाति के कल्याण के लिए धरती पर आए और लोगों को सफलता, प्रेम व शांति का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि प्रभु यीशु के जीवन से हम सभी मनुष्यों को सीख कर हमेशा दूसरों की भलाई के लिए कार्य करनी चाहिए। इधर प्रार्थना कार्यक्रम के दौरान युवा संघ की ओर से गीत व संगीत की प्रस्तुती की गई। मौके पर पल्ली पुरोहित फा.ऐरेनियुस एक्का, फा.पॉल लकड़ा, फा.अनिल बाड़ा, फा.इग्नेश डुंगडुंग आदि ने कार्यक्रम में सहयोग प्रदान किया।
शोभायात्रा निकाली गई
ठेठईटांगर : मिस्सा अनुष्ठान के पूर्व बिशप स्वामी विसेंट बरवा की अगुवाई में धर्मावलंबियों ने शोभा यात्रा निकाली। यात्रा पल्ली परिसर से निकलकर एनएच, जलडेगा मार्ग, पंडरीपानी चौक आदि भ्रमण कर फिर पल्ली परिसर पहुंची, जहां प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। यात्रा में खरवागढ़ा, जामबहार, टुकूपानी, कसडेगा, पंडरीपानी, घुटबहार आदि के मंडली ने हाथों में खजूर पेड़ के डाली लेकर शामिल हुए।