रेलवे क्षेत्र में कचरा डंप करता वाहन जब्त
संवाद सूत्र, आदित्यपुर : नगर पर्षद क्षेत्र की शर्मा बस्ती में रेलवे की जमीन पर कचरा फेंकते हुए रेलवे
संवाद सूत्र, आदित्यपुर : नगर पर्षद क्षेत्र की शर्मा बस्ती में रेलवे की जमीन पर कचरा फेंकते हुए रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के आउट पोस्ट प्रभारी ने बुधवार की दोपहर कचरा वाहन को जब्त कर चालक को हिरासत में ले लिया। आरपीएफ की इस कार्रवाई के बाद नगर पर्षद से लेकर सामाजिक हलकों में गतिविधियां तेज हो गई। एक ओर पोस्ट प्रभारी चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तैयारी कर रहे थे, वहीं सामाजिक कार्यकर्ता चालक को छुड़वाने के लिए जोड़-तोड़ कर रहे थे। आखिरकार रेलवे के क्षेत्र में कचरा नहीं फेंकने की शर्त पर मामला सलटा गया। वहीं पर्षद के सामने फिर वहीं सवाल खड़ा है, अब कचरा कहां फेंका जाएगा।
दरअसल दैनिक जागरण की मुहिम के बाद 14 जून से गढ्डों के सहारे नगर पर्षद ने कचरा हटाना शुरू किया था। सफाई कर्मी क्षेत्र में घूम-घूम कर निर्जन क्षेत्र में गढ्डे खोजकर उसकी जानकारी सफाई निरीक्षक को देते, फिर मौके देखकर गढ्डे में कचरा फेंका जाता था। जगह-जगह विरोध के बाद सफाई कर्मियों ने शर्मा बस्ती से सटी रेलवे की जमीन के गढ्डों में कचरा फेंकना शुरू किया। जानकारी मिलते ही रेलवे प्रशासन ने स्थानीय पोस्ट प्रभारी को नजर रखने और कार्रवाई करने का आदेश दिया। बुधवार को स्वयं आरपीएफ पोस्ट प्रभारी मौके पर निगरानी कर रहे थे। दोपहर 12 बजे जैसे ही डस्टबिन लेकर पर्षद का चालक कारू वहां पहुंचकर कचरा गिराने लगा। उसी समय पोस्ट प्रभारी गाड़ी जब्त कर उसे हिरासत में लेकर आदित्यपुर स्टेशन पर स्थित पोस्ट आ गए।
पूछताछ के दौरान कारू ने बताया कि वह पर्षद के सफाई निरीक्षक भूपेंद्र सिन्हा के आदेश से कचरा फेंक रहा था। उसके बाद भूपेंद्र सिन्हा को पोस्ट पर बुलाया गया। भूपेंद्र सिन्हा ने कार्यपालक पदाधिकारी के आदेश का हवाला दिया, लेकिन बात नहीं बनी। इस बीच कारू और भूपेंद्र सिन्हा को पकड़े जाने की सूचना पर सामाजिक कार्यकर्ता और वार्ड पार्षद पोस्ट पहुंचकर कार्रवाई नहीं करने का दबाव बनाने लगे। काफी हुज्जत के बाद पोस्ट प्रभारी ने हिदायत के साथ गाड़ी और कारू को छोड़ दिया।
पुलिस की उपस्थिति में होगा सीमांकन : सीतारामपुर के काशीपुर (मीरूडीह) में कचरा फेंकने के लिए मिली चार एकड़ जमीन के सीमांकन के लिए कार्यपालक पदाधिकारी ने सरायकेला के अनुमंडल पदाधिकारी को पत्र लिखकर पुलिस बल की तैनाती की मांग की है। पुलिस बल मिलते ही जमीन का सीमांकन होगा, फिर वहां कचरा फेंका जाएगा। इससे पहले 10 जून को सफाई निरीक्षक भूपेंद्र नाथ सिन्हा, सरकारी अमीन और पर्षद के सहायक अभियंता कौशलेश कुमार सीमांकन के लिए गए थे, लेकिन ग्रामीणों के उग्र विरोध के कारण सीमांकन नहीं हो पाया था।