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बांध में कैद हो सिसक रही जीवनदायिनी

By Edited By: Published: Wed, 23 Jul 2014 07:12 PM (IST)Updated: Wed, 23 Jul 2014 07:12 PM (IST)

जागरण संवाददाता,साहिबगंज: गंगा जागरण यात्रा के मद्देनजर बुधवार को दैनिक जागरण की ओर से साहिबगंज के अखिल महेश्वरी खंडेलवाल पंचायत भवन में गंगा को स्वच्छ व निर्मल के लिए सेमिनार हुआ। वक्ताओं ने कहा कि गंगा का प्राकृतिक प्रवाह जरूरी है तभी गंगा निर्मल बन सकेगी। गंगा को बांध बनाकर कैद करने के लिए चाहे अरबों रुपये खर्च किया जाए। गंगा निर्मल नहीं बन सकेगी। साहिबगंज के लोगों की समस्याओं का समाधान तभी संभव है जब फरक्का बांध का गेट खोल दिया जाए।

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वक्ताओं ने साहिबगंज में सीवरेज प्लांट बैठाने व जागरूकता पर जोर देते हुए दैनिक जागरण के इस प्रयास की एक स्वर से सराहना की। साहिबगंज कॉलेज के शिक्षक डॉ. राजीव कुमार सिंह ने कहा कि गंगा अविरल बहती रहे। सरकार व प्रशासन को हाइड्रोपावर प्लांट बैठाने की बजाय पवन व सौर ऊर्जा के उत्पादन पर ध्यान दे। अनवर अली ने कहा कि नगर पर्षद की ओर से पहले डीपीआर तैयार करने की प्रक्रिया चल रही थी। अबतक इसे अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका है। जयप्रकाश सिन्हा ने बताया कि गंगा को निर्मल बनाने के लिए समाज में जागरूकता लानी होगी। साहिबगंज नगर पर्षद ने गंगा की सफाई के लिए एक अरब रुपये की कार्य योजना बनायी है। डॉ. कमल महावर ने कहा कि आदिकाल से कई संस्कृतियां गंगा के किनारे पल्लवित पुष्पित हुई है। अगर गंगा को हम अन्य देवी देवताओं की तरह मां मानते हैं तो साफ करने की जिम्मेवारी भी लेनी होगी। डॉ. हरिप्रसाद झा ने कहा कि गंगा की अविरल धारा को रोका गया। भारत सती व संतों का देश है। दोनों का मिला जुला स्वरुप मां गंगा हैं। उन्होंने बताया कि गंगा का प्रवाह जीवित हो। तभी गंगा निर्मल बन सकती है। पूनम किरण चौरासिया ने बताया गंगा मां के समान है। इसको स्वच्छ रखने की जिम्मेवारी सबकी है। विनोद यादव व सुरेश निर्मल ने कहा कि गंगा को साफ रखने के लिए सबसे पहले लोगों को जागरूक करना होगा। बारिश में पहाड़ से मिट्टी बहकर गंगा में आ जाती है। पहाड़ पर हो रहे अवैध खनन को रोकना होगा।

जलछाजन का प्रयास जरूरी

बजरंगी प्रसाद यादव ने कहा कि गंगा अभियान से जागरूकता बढ़ेगी। लोगों को जलछाजन का प्रयास करना होगा। शहर के कचरे को गंगा में जाने से रोकना होगा। गंगा सफाई की जिम्मेवारी केवल सरकार की नहीं है हम सबकी भी है। नवीन भगत ने कहा कि हम कचरा गंगा में नहीं फेकेंगे इसकी शपथ लेनी होगी। विजय कुमार ने गंगा की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि देश में नदियां बहुत हैं पर गंगा आस्था का केंद्र इसलिए है कि गंगा के पानी को जल कहा जाता है। सज्जन पोद्दार ने कहा कि भगवान शिव पर हम जो जल चढ़ाते हैं वह गंगा जल नहीं गंदा जल बन गया है। गंगा महासभा के शिव प्रसाद ठाकुर ने कहा कि गंगा को निर्मल व अविरल बनाने के लिए पंडित मदनमोहन मालवीय का प्रयास गुलाम भारत में तो रंग लाया पर आजाद भारत में इसे बांध बनाकर गंदा करने का कार्य लगातार किया जा रहा है। फिलहाल इसे साफ करने के लिए किया जाने वाला खर्च बेकार है। केवल अविरल बनाने से ही गंगा निर्मल हो सकती है। एनएसएस के अनिकेत कुमार सिंह ने भी गंगा को स्वच्छ रखने के लिए उपाय बताए। भगवती पांडे ने कहा कि गंगा को स्वच्छ बनाने के लिए जोरदार तरीके से आवाज बुलंद करना होगा। तजिला परिषद अध्यक्ष ने मुख्य अतिथि के तौर पर कहा कि गंगा को स्वच्छ रखने के लिए जिले के सोये हुए लोगों को जागरुक बनाने की जरुरत है। इसके लिए इसके पास की पंचायतों में जागरूकता लानी होगी। सेमिनार का विषय प्रवेश व धन्यवाद ज्ञापन करते हुए डॉ. रंजीत सिंह ने कहा कि गंगा को निर्मल बनाने की जिम्मेवारी सबको निभानी होगी। इस अवसर पर गंगा सेवा समिति के प्रमोद पांडे,सुबोध राउत,सुमित कुमार, संतोष सिंह,नूरजहां,अनूप सिंह चौहान,लक्ष्मण यादव,रघुवंश यादव,संजय पटेल,आजाद हुसैन,राजु पोद्दार,रउफ आलम व अभाविप के सदस्य थे।


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