संघ ने एक अभिभावक खो दिया : रविशंकर
आरएसएस के झारखंड प्रांत कार्यकारिणी के सदस्य शशिकांत द्विवेदी का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया।
जागरण संवाददाता, रांची। विद्या भारती के प्रांतीय सचिव एवं आरएसएस के झारखंड प्रांत कार्यकारिणी के सदस्य शशिकांत द्विवेदी का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया। रविवार को हरमू मुक्ति धाम पर उनके बड़े पुत्र राजेश द्विवेदी ने मुखाग्नि दी। जिस समय चिता में अग्नि प्रज्वलित की जा रही थी उनके साथ काम करने वाले कई स्वयंसेवक रह-रहकर भावुक हो रहे थे। अंतिम यात्रा में भीड़ उमड़ पड़ी थी। संघ के नए एवं पुराने सैकड़ों स्वयंसेवक शामिल हुए।
बातचीत करने पर झारखंड के प्रांत प्रचारक रविशंकर ने कहा कि झारखंड में आरएसएस ने एक अभिभावक खो दिया है। रांची में संघ को स्थापित करने वालों में उनकी भी महत्वपूर्ण भूमिका थी। एक स्वयंसेवक का पूरा गुण उनमें था। जिस भी दायित्व में रहे, पूरी जिम्मेदारी से उसे निभाया। अंतिम समय तक संगठन के लिए काम करते रहे।
सचिव के दायित्व के रूप में विद्या भारती के स्कूलों में उन्होंने शिक्षा के स्तर में काफी सुधार किया।
उनके साथ काम करने वाले एवं धर्म जागरण के प्रांत संयोजक शक्ति नाथ लाल दास ने कहा कि लगता नहीं था कि शशि जी कैंसर से पीडि़त हैं। अस्पताल जाने से पहले तक संगठन के लिए काम करते रहे। उल्लेखनीय है कि 77 वर्षीय शशिकांत द्विवेदी का शनिवार की शाम रांची के एक अस्पताल में निधन हो गया था। वे मूल रूप से बक्सर जिला के केशठ गांव के रहने वाले थे।
तीन भाई में दूसरे स्थान पर :
शशिकांत द्विवेदी तीन भाई में दूसरे स्थान पर थे। बड़ा भाई आयुर्वेद के प्रसिद्ध चिकित्सक हैं जो दिल्ली में रहते हैं। छोटा भाई शशि शेखर द्विवेदी साथ रहता है। परिवार में पत्नी, छोटे भाई की पत्नी, लड़का राजेश द्विवेदी, राकेश द्विवेदी, भतीजा प्रत्यूष, पियूष एवं बेटी भारती द्विवेदी, जो जेएन कॉलेज, धुर्वा में लेक्चरर है।
आवास ई-155 से निकली शवयात्रा
रविवार की सुबह 10 बजे सेक्टर दो स्थित उनके आवास ई-155 से शवयात्रा निकली। आवास पर एचईसी के सभी पुराने स्वयंसेवकों के साथ-साथ क्षेत्र संघचालक सिद्धिनाथ सिंह, रांची की मेयर आशा लकड़ा, भाजपा नेता सीमा शर्मा, अजय नाथ शाहदेव, अनिल सिंह, प्रतिभा पांडेय सहित कई लोग श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे।
सभी संगठनों के लोग पहुंचे
हरमू मुक्ति धाम पर भीड़ उमड़ पड़ी थी। संघ परिवार से जुड़े सभी संगठनों के लोग शामिल थे। विद्या भारती के कई जिलों से लोग पहुंचे थे। प्रमुख लोगों में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. दिनेश उरांव, विकास भारती के सचिव अशोक भगत, सांसद रामटहल चौधरी, क्षेत्र संघचालक सिद्धिनाथ सिंह, प्रांत प्रचारक रविशंकर, प्रांत संघचालक देवव्रत पाहन, क्षेत्र संपर्क प्रमुख अनिल ठाकुर, प्रांत कार्यवाह नवल लाल कर्ण, प्रांत सह कार्यवाह राकेश लाल, प्रांत सह प्रचार प्रमुख संजय आजाद, प्रांत सह संपर्क प्रमुख राजीव कमल बिïट्टू, प्रांत बौद्धिक प्रमुख ज्वाला तिवारी, विद्या भारती के अध्यक्ष रामअवतार नारसरिया, जैक अध्यक्ष अरविंद सिंह, खादी बोर्ड के अध्यक्ष संजय सेठ, रांची विश्वविद्यालय के कुलपति रमेश पांडेय, विद्या भारती के कृपा शंकर शर्मा, मुकेश नंदन, अखिलेश कुमार, जितेंद्र तिवारी, रांची महानगर संघचालक पवन मंत्री, सह संघचालक सत्यनारायण कंठ, महानगर सह कार्यवाह धनंजय सिंह, विधायक नवीन जायसवाल, संघ प्रचारक देवनारायण सिंह, सुरेश, महेंद्र, प्रवीण बागे, संतोष, पूर्व मंत्री रामजी लाल शारदा, पूर्व विधायक रामचंद्र नायक, एकल के ललन शर्मा, अमरेंद्र विष्णुपुरी, विवेक कुमार, अनिल झा, विजय केशरी, सीएम के निजी सहायक नरेंद्र, नगर संघचालक डॉ. विजय राज, व नाबार्ड के विजय चौधरी सहित विहिप, वनवासी कल्याण केंद्र, भाजपा, ङ्क्षहदू जागरण मंच, सेवा भारती, विद्यार्थी परिषद सहित कई संगठनों के लोग पहुंचे थे।