कोर्ट ने कहा, रात 10:30 बजे गेट बंद होता तो नहीं होती घटना
रांची : सफायर इंटरनेशनल स्कूल में छात्र विनय महतो की संदेहास्पद स्थिति में मौत के मामले में बुधवार क
रांची : सफायर इंटरनेशनल स्कूल में छात्र विनय महतो की संदेहास्पद स्थिति में मौत के मामले में बुधवार को अपर न्यायायुक्त एमसी वर्मा की अदालत में स्कूल के वार्डन अतानू नाग ने गवाही दी। गवाही के दौरान न्यायाधीश ने कहा कि रात 10:30 बजे हॉस्टल का मुख्य द्वार बंद कर दिया होता तो घटना नहीं होती।
गवाही के दौरान अतानू नाग ने घटना के संबंध में न्यायालय को विस्तृत जानकारी दी। बताया कि स्कूल हॉस्टल का मुख्य द्वार सुबह 5:30 बजे खोलते हैं। रात 10:30 बजे बंद कर दिया जाता है। चार फरवरी 2016 को घटना के दिन मुख्य द्वार पर ताला नहीं लगाया गया था। रात नौ बजे वह आर्ट रूम चला गया था। रात डेढ़ बजे के बाद लौटकर अपने रूम से चाभी लाकर गेट को बंद किया। गेट बंद करने के पांच-दस मिनट बाद दुर्वानंद जैना के मोबाइल से कॉल आया। कॉल करनेवाला कोई और था। कहा कि जल्दी आओ। इसके बाद विश्वनाथ पोद्दार, दिनेश राय बोले व मैं टीचर हॉस्टल में गया तो देखा कि दुर्वानंद जैना अपने गोदी में विनय को उठाकर अपने रूम के सोफा में सुला रहे हैं। हमलोग को पहुंचने के पूर्व नर्स पुतुल देवी आ चुकी थीं। विनय का इलाज किया और कहा कि ज्यादा जख्म है, इसे तुरंत अस्पताल ले जाना होगा। वैभव मिश्रा ने अपनी गाड़ी से स्वयं गाड़ी चलाकर विनय को गुरुनानक अस्पताल ले गये। विनय को नर्स गोद में लिए थी। गुरुनानक अस्पताल के चिकित्सकों ने गंभीर जख्म होने की बात कहते हुए उसे रिम्स रेफर कर दिया। रिम्स में चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया था।
दूसरे दिन पांच फरवरी 2016 को हमलोग अहले सुबह 4:30 बजे स्कूल पहुंचे। इसके बाद वहां पुलिस पहुंच गई और पूछताछ करते हुए हमलोगों को थाने ले गयी। मामले में अगली गवाही 17, 18 व 20 मार्च निर्धारित की गयी है।