झारखंड को फार्मा हब बनाने की तैयारी
खनिज बहुल प्रदेश झारखंड में दवा उद्योग के क्षेत्र में संभावना तलाशी जा रही है। मुख्य सचिव राजबाला वर्मा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में उद्योग निदेशक के रविकुमार ने रांची के इटकी को फार्मा हब बनाने का प्रस्ताव रखा।
अमन कुमार ,रांची। खनिज बहुल प्रदेश झारखंड में दवा उद्योग के क्षेत्र में संभावना तलाशी जा रही है। उद्योग विभाग ने झारखंड को फार्मा हब बनाने को लेकर इस पर काम करना शुरू कर दिया है। पिछले दिनों औद्योगिक सलाहकार टास्क फोर्स की बैठक में इस पर विस्तार से चर्चा की गई। मुख्य सचिव राजबाला वर्मा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में उद्योग निदेशक के रविकुमार ने रांची के इटकी को फार्मा हब बनाने का प्रस्ताव रखा।
उन्होंने दावा किया कि फार्मा पार्क स्थापित करने को लेकर यहां बेहतर संभावनाएं मौजूद है। रांची शहर से करीब पंद्रह किमी दूर इटकी में उद्योग विभाग के पास जमीन मौजूद है। इसलिए सरकार के सामने जमीन अधिग्रहण की समस्या नहीं है। फार्मा पार्क की स्थापना करने पर एक ही कैंपस के अंदर देश विदेश की नामी कंपनियां दवा का उत्पादन करेंगी। जिसका लाभ राज्य को भी होगा। दवा कंपनियों को अपने उत्पाद पूर्वी भारत के बाजार में पहुंचाने में आसानी होगा। इसलिए उनके लिए भी यहां उद्योग लगाना फायदे का सौदा होगा। बड़ी कंपनियों को झारखंड की तरफ आकर्षित करने के लिए सरकार उन्हें आकर्षक ऑफर दे सकती है।
झारखंड औद्योगिक नीति में पहले से कई सुविधाएं मौजूद हैं। जरूरत पडऩे पर राज्य सरकार दवा उद्योग नीति बना कर इनसेंटिव और टैक्स में छूट के प्रतिशत में इजाफा कर सकती है। टास्क फोर्स में मौजूद औद्योगिक समूह के लोगों ने फार्मा पार्क को लेकर राज्य सरकार को कई अहम सुझाव दिए हैं। फार्मा पार्क स्थापित करने से पूर्व राज्य सरकार ने इटकी में मेडिको सिटी का निर्माण करा रही है।
करीब 800 करोड़ रुपये की लागत से यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर की स्वास्थ्य सुविधा तैयार की जा रही है। ताकि लोगों को इलाज के लिए दूसरे राज्य का रुख नहीं करना पड़े। इसलिए उद्योग विभाग यहां फार्मा पार्क स्थापित करने को लेकर गंभीर है।
केंद्र की मदद से तैयार होगा फार्मा पार्क
फार्मा पार्क स्थापित करने को लेकर राज्य सरकार सलाहकार नियुक्त करेगी। सलाहकार से फिजीबिलिटी की सकारात्मक रिपोर्ट आने के बाद फार्मा पार्क स्थापित करने के लिए केंद्र सरकार से मदद ली जाएगी।
एक लाख लोगों को प्रत्यक्ष तौर पर मिलेगा रोजगार :
फार्मा पार्क स्थापित होने से राज्य में करीब एक लाख लोगों को सीधे रोजगार मिलने की संभावना है। वहीं अप्रत्यक्ष रूप से भी रोजगार सृजन की संभावना है। दूसरे राज्यों में झारखंड के लोग बड़ी संख्या में इस उद्योग में काम कर रहे हैं। ऐसे लोगों को अपने घर में रोजगार मिल सकेगा।