गर्भवती 9वीं की छात्रा मामले में सरकार के तेवर सख्त, दो मंत्री पहुंचे गढ़वा; शिक्षा विभाग में हड़कंप
पदभार ग्रहण के बाद स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के मंत्री जगरनाथ महतो पहुंचे स्कूल। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर पेयजल-स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर भी पहुंचे।
रांची, राज्य ब्यूरो। गढ़वा के आवासीय विद्यालय में पढऩे वाली नौवीं कक्षा की छात्रा के गर्भवती होने के मामले पर सरकार गंभीर हो गई है। शुक्रवार को सरकार के दो मंत्री मामले की जांच करने के लिए गढ़वा पहुंचे। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के मंत्री जगरनाथ महतो ने शुक्रवार को पदभार ग्रहण करने के बाद इस मामले की जानकारी ली और पदभार ग्रहण करने के तुरंत बाद गढ़वा के लिए निकल गए।
इधर, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने भी आवासीय स्कूल जाकर मामले की जांच की है। गढ़वा के कांडी में स्थित स्कूल पहुंचकर शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने घटना पर चिंता जताई और विभागीय अधिकारियों को कई आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना से राज्य की बदनामी होती है। घटना में संलिप्त सभी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। जिला प्रशासन से इसकी जांच कर रिपोर्ट देने को कहा गया है।
मंत्री जगरनाथ महतो ने हर कमरे में सीसीटीवी कैमरा लगा कर छात्राओं पर निगरानी की बात कही। मंत्री ने स्कूल में मौजूद डीईओ आरपी मंडल, स्कूल की वार्डेन चंद्रावती सिंह समेत स्कूल की अन्य शिक्षिकाओं से घटना के संबंध में पूछताछ की। साथ ही डीईओ और वार्डेन को सख्त हिदायत दी कि भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो।मौके पर झारखंड शिक्षा परियोजना के प्रशासी पदाधिकारी जयंत मिश्रा, रतन श्रीवास्तव, बीइओ राकेश कुमार समेत कई लोग उपस्थित थे। इससे पहले बालिका आवासीय विद्यालय में अध्ययनरत नौवीं की छात्रा के गर्भवती होने के मामले की जांच के लिए शुक्रवार को झारखंड शिक्षा परियोजना रांची से भी चार सदस्यीय टीम पहुंची थी।
छात्रा के गर्भवती होने के मामले का विद्यालय से संबंध नहीं
बालिका आवासीय विद्यालय में अध्ययनरत नौवीं की छात्रा के गर्भवती होने के मामले की जांच के लिए शुक्रवार को झारखंड शिक्षा परियोजना रांची से चार सदस्यीय टीम पहुंची। टीम का नेतृत्व प्रशासी पदाधिकारी जयंत मिश्रा कर रहे थे। टीम में इनके अलावा कस्तूरबा विद्यालय की स्टेट कोर्डिनेटर अनिता प्रीति, किरण बाला ङ्क्षसह तथा असैनिक विभाग से रतन श्रीवास्तव शामिल थे। जांच के दौरान विद्यालय में बाहरी किसी भी व्यक्ति के प्रवेश पर पाबंदी थी।
चार सदस्यीय टीम ने बालिका विद्यालय पहुंचकर की मामले की जांच
अधिकारियों की टीम ने करीब चार घंटे तक विद्यालय में घटना से संबंधित हर पहलुओं पर स्कूल की शिक्षिकाओं तथा विद्यालय में अध्ययनरत छात्राओं से पूछताछ की। जांच के बाद मीडिया से बात करते हुए उक्त सभी ने कहा कि छात्रा के गर्भवती होने का मामला विद्यालय से किसी भी प्रकार से जुड़ा नहीं है। यह संबंधित लड़की के परिवार से जुड़ा मामला है। वार्डेन ने इससे जुड़ी सूचना विभाग को दी है।
प्रशासी पदाधिकारी ने बताया कि विद्यालय की व्यवस्था में और क्या सुधार हो सकता है, इन बिंदुओं पर हम सभी ने विद्यालय परिवार को आवश्यक निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि विद्यालय में लगातार पीटीए मीटिंग कराने का भी निर्देश दिया गया है। फिलहाल पुलिस उक्त मामले की पड़ताल कर रही है। जांच के बाद जो भी दोषी होगा, उस पर विधि सम्मत कार्रवाई होगी। मौके पर डीएसई अखिलेश कुमार चौधरी, बीईईओ राकेश कुमार, बीआरपी जय प्रकाश लाल, जेई अनिल कुमार पांडेय, लेखापाल प्रदीप कुमार शुक्ला समेत कई लोग उपस्थित थे।