साहिबगंज में गंगा नदी पर बनेगा फोरलेन पुल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीइए) ने झारखंड के साहिबगंज बाइपास और बिहार के मनिहारी बाइपास को जोडऩे वाले नए लिंक के निर्माण की गुरुवार को स्वीकृति दे दी। यह चिर प्रतीक्षित परियोजना है, जिसमें साहिबगंज में गंगा नदी पर चार लेन पुल का निर्माण किया जाना भी शामिल है।
राज्य ब्यूरो, रांची। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीइए) ने झारखंड के साहिबगंज बाइपास और बिहार के मनिहारी बाइपास को जोडऩे वाले नए लिंक के निर्माण की गुरुवार को स्वीकृति दे दी। यह चिर प्रतीक्षित परियोजना है, जिसमें साहिबगंज में गंगा नदी पर चार लेन पुल का निर्माण किया जाना भी शामिल है। इन नए लिंक के निर्माण की अनुमानित लागत 1954.77 करोड़ रुपये आंकी गई है, जिसमें विस्थापन-पुनर्वास समेत अन्य कार्य भी शामिल हैं।
झारखंड और बिहार को जोडऩे वाले इस अहम लिंक के तहत 22 किलोमीटर सड़क का निर्माण किया जाएगा। राष्ट्रीय उच्च पथ प्राधिकार (एनएचएआइ) इस पुल का निर्माण हाइब्रिड एन्यूटी मोड पर करेगा। यह करार 19 वर्ष का होगा। इसमें पुल के निर्माण में लगने वाला चार वर्ष समय भी शामिल है। दोनों राज्यों को जोडऩे वाले इस लिंक में 16 किलोमीटर सड़क झारखंड में पड़ेगी। यह लिंक साहिबगंज बाइपास के 200.8 किमी से शुरू होगा। शेष छह किलोमीटर सड़क बिहार में एनएच -133 बी और एनएच-131 ए के बीच बनेगी। यह लिंक मनिहारी बाईपास को जोड़ेगा। इस सड़क के दायरे में ही गंगा नदी पर चार लेन पुल भी आएगा।
यह नया लिंक बिहार और झारखंड की आधारभूत सरंचना के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। इतना ही नहीं, यह दोनों राज्यों के बीच परिवहन लागत के साथ-साथ समय की भी बचत करेगा। आधारभूत संरचना के साथ-साथ यह लिंक रोजगार के अवसर भी सृजित करेगा। सरकार का मानना है कि इससे 89 हजार मानव कार्य दिवसों का सृजन होगा।