तब जहरीली शराब ने लील ली थीं 22 जिंदगियां, काल का महीना था सितंबर ...
बीते साल पांच सितंबर को रांची के सुखदेव नगर थाना क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से 22 लोगों की मौत हो गई थी।
रांची, जेएनएन। साल 2017। तब भी काल का महीना सितंबर ही था। एक साथ 22 जिंदगियों ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ा था। वजह वही पुरानी जहरीली और नकली शराब। राजधानी रांची में बीते साल पांच सितंबर को हुई इस दर्दनाक और हृदयविदारक घटना का वह मंजर एक वर्ष बाद भी जनमानस भूला नहीं पाया। इस बीच फिर से सितंबर ने कहर ढा दिया।
इस बार गोंदा थाना क्षेत्र के हातिमा बस्ती में जहरीली शराब ने घर-बार उजाड़ने का खेल खेला है। यहां अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है। शनिवार को रात में ही 4 लोगों की जीवनलीला समाप्त हो गई। वहीं, कई लोग अस्पताल में जिंदगी से जूझ रहे हैं। बीते साल सुखदेव नगर इरगु टोली जहरीली शराब पीने से जैप (झारखंड आर्म्ड पुलिस) के दो जवान योगेश क्षेत्री और महादेव मुर्मू सहित कुल 22 लोगों की मौत हो गई थी।
तब बताया गया था कि रांची के डोरंडा के नेपाली कॉलोनी से शराब खरीदकर पीने वाले ही बीमार हुए और उनकी मौत हुई। इस घटना के बाद पूरे राज्य में हड़कंप मच गया था। घटना के बाद पुलिस को जानकारी मिली थी कि डोरंडा के नेपाली कॉलोनी में सप्लाई की गई जहरीली शराब नामकुम से भेजी गई थी, जो शराब माफिया प्रहलाद सिंधिया की अवैध फैक्ट्री से निकली थी। इस मामले में कोर्ट ने प्रहलाद सिंधिया समेत कई आरोपितों को सात वर्ष तक की सजा सुनाई थी।
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