जामताड़ा सीएस से मारपीट के विरोध में सरकारी डॉक्टर हड़ताल पर, मरीज परेशान
सरकारी चिकित्सकों की हड़ताल के चलते सरकारी अस्पतालों में काम ठप है। मरीजों को परेशानी हो रही है।
रांची, जेएनएन। जामताड़ा के सिविल सर्जन के साथ मारपीट के विरोध में आज सरकारी चिकित्सक हड़ताल पर हैं। हड़ताल के चलते सरकारी अस्पतालों में काम ठप है। मरीजों को परेशानी हो रही है। इमरजेंसी सेवा को हड़ताल से मुक्त रखा गया है।
झारखंड स्टेट हेल्थ सर्विसेज एसोसिएशन के महासचिव डॉ. विमलेश सिंह के मुताबिक, राज्य भर के 1800 चिकित्सक हड़ताल पर हैं। सदर अस्पताल, रेफरल अस्पताल, पीएचसी, सीएचसी समेत अन्य सरकारी केंद्रों पर हड़ताल का असर पड़ रह है।
झासा की अपील पर सिमडेगा जिले के चिकित्सकों ने ओपीडी कार्य का बहिष्कार किया। इमरजेंसी और पोस्टमार्टम को छोड़ सभी सेवाएं बाधित रहीं।
गढ़वा में चिकत्सको की हड़ताल के कारण मरीजों का सदर अस्पताल में इलाज नहीं हो पा रहा है।
जमशेदपुर में सदर अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर हड़ताल पर हैं। इससे मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मरीजों को निराश होकर लौटना पड़ा रहा है। हालांकि इमजेंसी सेवा शुरू है। एमजीएम अस्पताल के डॉक्टर हड़ताल पर नहीं हैं।
जानकारी के मुताबिक, चिकित्सकों पर हमले व उनके साथ दुर्व्यवहार का एसोसिएशन विरोध कर रही है। एसोसिएशन ने सिविल सर्जन पर हमला करने वाले दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी व उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। साथ ही, तोपचांची (धनबाद) के चिकित्सक को जान से मारने की धमकी देने वालों के खिलाफ भी कठोर कार्रवाई की मांग की है। गौरतलब है कि जामताड़ा सिविल सर्जन के साथ 18 फरवरी को मारपीट की गई थी।