Move to Jagran APP

फिटनेस के लिए नृत्य अपना रहीं महिलाएं

रांची : अब महिलाएं भी फिटनेस के प्रति सजग रहने लगी हैं। घर और बच्चों के अलावा खुद का भी ध्यान

By Edited By: Published: Thu, 22 Feb 2018 07:21 PM (IST)Updated: Fri, 23 Feb 2018 11:29 AM (IST)
फिटनेस के लिए नृत्य अपना रहीं महिलाएं
फिटनेस के लिए नृत्य अपना रहीं महिलाएं
रांची : अब महिलाएं भी फिटनेस के प्रति सजग रहने लगी हैं। घर और बच्चों के अलावा खुद का भी ध्यान रखने लगी हैं। महिलाएं ओवरऑल ग्रोथ के लिए फिटनेस का खास ख्याल रखती है और इस काम में इनका माध्यम बन रहा है डास। डास स्टाइल चाहे वह जुंबा हो या क्लासिकल, महिलाएं बढ़-चढ़ कर अपना रही हैं। फिटनेस और डास अब एक-दूसरे के पूरक बन रहे हैं। लोग फिट रहने के लिए न केवल क्लासिकल और मॉडर्न डांस को तरजीह दे रहे हैं, बल्कि इसके साथ फिजिकल और मेंटल फिटनेस को भी मजबूत कर रहे हैं। फिट रहने के साथ सीख रहे नई कला डास ट्रेनर प्रियंका के अनुसार अब लोग फिट रहने के साथ मल्टीटास्किंग करना पसंद करते हैं। व्यायाम से लोग फिट जरूर रहते हैं, लेकिन डास से वे फिट रहने के साथ-साथ नई कला भी सिख रहे है। अब तो हर वर्ग के लोग फिटनेस के लिए रूटीन में नृत्य का अभ्यास करते हैं। सालसा और जुंबा जैसे विदेशी नृत्य के साथ अब महिलाएं भारतीय शास्त्रीय नृत्य को भी फिजिकल और मेंटल फिटनेस के लिए इस्तेमाल करने लगी हैं। वह कहती हैं कि उनके पास बच्चे से लेकर साठ साल तक की महिलाएं आती हैं, जिन्हें वह जरूरत के अनुसार वेस्टर्न व क्लासिकल नृत्य की प्रैक्टिस कराती हूं। फिटनेस के साथ मानसिक शाति नृत्य फिटनेस का अच्छा जरिया बनता जा रहा है। नृत्य से स्फूर्ति के साथ ओवरआल ग्रोथ होती है। इससे आंतरिक शक्ति जगती है और मानसिक सुकून के साथ-साथ शरीर भी सही आकार में रहता है। मनोरंजन का बना साधन - ज्यादा वजन वाले लोगों को अपनी सेहत पर ध्यान देने की ज्यादा जरूरत होती है और जिम की मशीनों पर पारंपरिक व्यायाम से बोरियत महसूस होने लगती है। इस कारण यह ज्यादा लोगों को आकर्षित नहीं करता। लोग अलग-अलग तरीके से रोमांच के साथ फिटनेस हासिल करना चाहते हैं। यही वजह है कि डास और बॉडी वेट के मेल वाले व्यायाम का प्रचलन राजधानी में बढ़ रहा है। ये हैं अहम फायदे - वजन घटाने में करता है मदद - हृदय को करता है मजबूत - एक पूर्ण शारीरिक कसरत के रूप में कार्य मासपेशियों को करता है मजबूत - मूड को रखता है फ्रेश एक्सरसाइज के लिए जुंबा, टैंगो, बेली डासिंग, एरोबिक्स, कथक, भरतनाट्यम जैसी अलग-अलग नृत्य शैलियों के प्रति भी लोगों का झुकाव बढ़ रहा है। डास ऐसा व्यायाम है, जो लोगों का भरपूर मनोरंजन भी करता है, साथ ही इससे हर घटे पांच सौ से हजार तक कैलोरी नष्ट हो जाती है। - प्रियंका कुलकर्णी, डास ट्रेनर बचपन में नृत्य का शौक था जो समय के साथ छूट गया था अब इसे फिर से सीखना शुरू किया है क्लासिकल डास मुझे बहुत प्रिय है इससे डास की प्रैक्टिस भी रहती है और शरीर में स्फूर्ति भी बानी रहती है। - संध्या चौधरी, गृहणी।

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.