अपने साथ देश के करियर के बारे में भी चिंता करें: रघुवर दास
मुख्यमंत्री ने रघुवर दास ने झारखंड में 69 नए महाविद्यालय खोले जाने की बात कही है।
राज्य ब्यूरो, रांची। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं को स्वयं के करियर के साथ-साथ देश के करियर के बारे में भी चिंता करने की नसीहत दी है। रांची में आयोजित एबीवीपी के राष्ट्रीय अधिवेशन में सीएम ने कहा कि खुद के करियर के साथ-साथ मोहल्लों-टोलों की भी चिंता करें। अपने गांवों-कस्बों को साक्षर बनाएं। हमें भारत को शिक्षित भारत बनाना है। उमंग, ऊर्जा, उत्साह राष्ट्र के निर्माण में लगाएं। भटके हुए नौजवानों को भी समझाकर राष्ट्रनिर्माण में लगाएं।
मुख्यमंत्री ने विद्यार्थी परिषद को दुनिया का सबसे बड़ा राष्ट्रवादी संगठन बताया। एबीवीपी दलीय राजनीति से अलग है। उन्होंने कहा कि देश में दो तरह के लोग हैं। एक राष्ट्रविरोधी और दूसरे राष्ट्रवादी। जेएनयू में राष्ट्रविरोधी शक्तियां देश को भड़काने का काम कर रही हैं ऐसे में अभाविप जिम्मेदारी बढ़ जाती है।
इस मौके पर उन्होंने इमरजेंसी का भी जिक्र किया। कहा, लोकतंत्र को समाप्त करने के लिए कांग्रेस की सरकार ने लोकतंत्र का गला घोंटा। पटना में जब जयप्रकाश नारायण पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया तो नानाजी देशमुख समेत अन्य विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने उन्हें बचाने का काम किया। लोकतंत्र को नष्ट करने वाली इंदिरा गांधी को सबक सिखाने का काम एबीवीपी ने किया।
झारखंड में खुलेंगे 69 महाविद्यालय
मुख्यमंत्री ने रघुवर दास ने झारखंड में 69 नए महाविद्यालय खोले जाने की बात कही है। शिक्षा के क्षेत्र में झारखंड सरकार तेजी से काम कर रही है। विश्र्वास दिलाया कि उच्च शिक्षा के लिए झारखंड के बच्चों को राज्य के बाहर नहीं जाना होगा। उन्होंने कहा कि 70 साल में झारखंड में छह विश्र्वविद्यालय खुले और पिछले तीन सालों में चार विश्र्वविद्यालय बनाने का काम शुरू हुआ है।
गोपीनाथ को दिया यशवंतराव केलकर युवा पुरस्कार
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय अधिवेशन में सामाजिक कार्यकर्ता गोपीनाथ आर को वर्ष 2017 का प्रा. यशवंतराव केलकर युवा पुरस्कार दिया गया। मुख्यमंत्री रघुवर दास, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर सुरेश रैना और एबीवीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एस सुब्बैया ने संयुक्त रूप से गोपीनाथ आर को पुरस्कार की राशि, प्रशस्ति पत्र और शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। प्रा. यशवंतराव केलकर युवा पुरस्कार वर्ष 1991 से दिया जा रहा है। सामाजिक कार्यकर्ता गोपीनाथ आर बच्चों की देखभाल, सुरक्षा और विकास कार्यो में लगे हुए हैं। स्पर्श ट्रस्ट के संस्थापक गोपीनाथ आर को यह पुरस्कार विकट परिस्थिति में फंसे हुए वंचित बच्चों के सशक्तिकरण और समग्र विकास के लिए दिया गया है।
अवार्ड से बढ़ती है जिम्मेदारी: गोपीनाथ
रांची : वर्ष 2017 के प्रो.यशवंत राव केलकर युवा पुरस्कार से सम्मानित आर गोपीनाथ गैर सरकारी संस्था स्पर्श के मैनेजिंग ट्रस्टी हैं। बेंगलुरु के रहने वाले गोपीनाथ ने बातचीत के क्रम में बताया कि यह सम्मान नहीं, जिम्मेदारी है। ऐसे अवार्ड से जिम्मेदारी बढ़ती है। हम सभी जाति, धर्म, भाषा के तौर पर अलग हैं। यहां जरूरत इस बात की है कि हमारी सोच एक हो जाए। हम युवा सही रास्ते पर चलें तो देश के विकास में रफ्तार होगी। ऐसे युवा तैयार हों, जो देश को सम्मान दिलाए।
दिखा सुरेश रैना का जलवा, खूब बजीं तालियां
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय अधिवेशन में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर सुरेश रैना का जलवा देखने को मिला। अधिवेशन में जब भी सुरेश रैना का नाम लिया गया विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने तालियों से उनका स्वागत किया। युवाओं का जोश रैना को भी खूब भाया। उन्होंने अपने संक्षिप्त संबोधन में इसका जिक्र भी किया। कहा, जब मैं लखनऊ हास्टल में था, पैसे की तंगी थी लेकिन फिर भी हम देश के लिए खेले। हमारा वही जोश आज मुझे आप सबमें देखने को मिल रहा है।
'विश्वविद्यालयों के फंड आवंटन में व्यापक अनदेखी'
हैदराबाद से पहुंचे करण पलसानिया और मेघालय से पहुंची डेरेलिन तंग ने छात्रों की समस्याओं को सामने रखा और शिक्षा के क्षेत्र में गिरावट के खिलाफ आवाज बुलंद की। उन्होंने कहा कि देश के युवा 1986 से ही शिक्षा नीति का इंतजार कर रहे हैं और अब आमूलचूल परिवर्तन की दरकार है। नार्थ-ईस्ट राज्यों में मूलभूत सुविधाओं के घोर अभाव की ओर भी इंगित किया गया।