70 हजार पारा शिक्षकों का मानदेय 10 फीसद बढ़ा
70 हजार पारा शिक्षकों, तीन हजार प्रखंड साधन सेवियों व संकुल साधन सेवियों के मानदेय में वृद्धि की गई है।
राज्य ब्यूरो, रांची। राज्य के 70 हजार पारा शिक्षकों, तीन हजार प्रखंड साधन सेवियों (बीआरपी) व संकुल साधन सेवियों (सीआरपी) के मानदेय में दस फीसद की वृद्धि की गई है। सोमवार को मुख्य सचिव राजबाला वर्मा की अध्यक्षता में झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद की राज्य कार्यकारिणी समिति की हुई बैठक में इस पर स्वीकृति मिल गई। इन्हें अप्रैल से बढ़े मानदेय का लाभ देने पर भी सहमति बनी।
पारा शिक्षकों व बीआरपी, सीआरपी के मानदेय में दस फीसद वृद्धि की स्वीकृति केंद्र ने पहले ही दे दी थी। लेकिन राज्य कार्यकारिणी में इसपर अनुमोदन नहीं होने से इसे लागू नहीं किया गया था। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने 15 फीसद मानदेय बढ़ाने का प्रस्ताव केंद्र को दिया था लेकिन केंद्र ने 10 फीसद मानदेय बढ़ाने की ही स्वीकृति प्रदान की। इधर, सोमवार को ही राज्य कार्यकारिणी की बैठक में कई अन्य बिंदुओं पर भी निर्णय लिए गए। अभी तक पारा शिक्षकों को प्रतिमाह 7,480 रुपये से 9,240 रुपये तक मिलते थे। इसके तहत कक्षा एक से पांच के बच्चों को पढ़ानेवाले इंटर उत्तीर्ण पारा शिक्षकों को प्रतिमाह 7,480 रुपये, इंटर प्रशिक्षित को 8,140 रुपये तथा टेट उत्तीर्ण इंटर प्रशिक्षित पारा शिक्षकों को 8,540 रुपये मिलते थे।
वहीं, कक्षा छह से आठ में स्नातक प्रशिक्षित पारा शिक्षकों को प्रतिमाह 8,140 रुपये, स्नातक प्रशिक्षित को 8,800 रुपये तथा टेट उत्तीर्ण स्नातक प्रशिक्षित पारा शिक्षकों को 9,240 रुपये मानदेय मिलते थे। अब इन्हें दस फीसद अधिक मानदेय मिलेगा। झारखंड प्रदेश पारा शिक्षक संघ के अध्यक्ष संजय दूबे ने कहा है कि दस फीसद मानदेय बढ़ाने का निर्णय तो पहले ही हो जाना चाहिए था। दशहरा से पहले ही एरियर (बढ़े हुए मानदेय का बकाया) का भुगतान हो, राज्य सरकार कम से कम इसे सुनिश्चित करे।
यह भी पढ़ेंः बोकारो में एसीबी ने रिश्वत लेते बीडीओ को किया गिरफ्तार