समितियों के साथ प्रशासन भी तैयार
रांची : दुर्गापूजा का समय नजदीक आते ही जहां पंडाल आकार लेने लगे हैं, वहीं पूजा के सफल आयोजन को लेकर
रांची : दुर्गापूजा का समय नजदीक आते ही जहां पंडाल आकार लेने लगे हैं, वहीं पूजा के सफल आयोजन को लेकर दुर्गापूजा समितियां दिन-रात एक किए हुए हैं। प्रशासन ने भी इसके लिए कमर कस ली है। उपायुक्त मनोज कुमार ने बताया कि दुर्गापूजा समितियों के साथ कई दौर की बैठक हो चुकी है। एक-एक कर हम लोग पंडालों का बीच-बीच में निरीक्षण भी कर रहे हैं। समितियों को व्यवस्था, सुरक्षा आदि को लेकर जरूरी निर्देश दिए गए हैं।
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सड़कों पर भी लगेंगे सीसीटीवी कैमरे
सुरक्षा के मद्देनजर दुर्गापूजा पंडालों के अलावा इस बार जिला प्रशासन सड़कों पर भी सीसीटीवी कैमरे लगाने पर विचार कर रहा है। साथ ही पंडालों में प्रवेश व निकासी के लिए अलग-अलग द्वार बनाने, भीड़ नियंत्रण की व्यवस्था करने आदि के निर्देश दिए गए हैं।
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गेट का ऊपरी सिरा हो खुला
पूजा समितियों से कहा गया है कि सड़कों पर जगह-जगह खड़े किए जाने वाले बड़े-बड़े सजावटी गेट लगाने में भी खास एहतियात बरतने की जरूरत है। दोनों ओर गेट खड़े कर सकते हैं, लेकिन इसका ऊपरी सिरा खुला होना चाहिए, ताकि वाहनों आदि के गुजरने में गेट का ऊपरी हिस्सा बाधा न पहुंचाए। हालांकि यह फैसला खास तौर पर मुहर्रम जुलूस के ऊंचे-ऊंचे निशान को ले जाने में होनेवाली दिक्कत के मद्देनजर लिया गया था।
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12 को शाम से पहले विसर्जन
दशहरा व मुहर्रम की तिथियां आसपास पड़ने की वजह से इस बार दुर्गापूजा समितियों को 12 अक्टूबर को विसर्जन शाम से पहले कर लेने का निर्देश दिया गया है। पूजा पंडालों को भी शाम तक खोल लेने को कहा गया है।
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थाना स्तर पर बने सेक्टर
सौहार्दपूर्ण माहौल में त्योहार मनाने को लेकर जिला प्रशासन ने शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में थाना स्तर पर 41 सेक्टर बनाए हैं। इसमें कार्यपालक दंडाधिकारी, अपर समाहर्ता समेत जिले के विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी और बीडीओ व सीओ सेक्टर प्रभारी बनाए गए हैं। संबंधित थानों के थाना प्रभारी पर व्यवस्था की जिम्मेदारी रहेगी। एडीएम लॉ एंड ऑर्डर गिरजाशंकर प्रसाद ने सभी संबंधित अधिकारियों की पदस्थापना करते हुए उनका मोबाइल नंबर व सूची जारी कर दिया है। सेक्टर प्रभारी व थाना प्रभारी पूजा से 15 दिनों पहले से ही जनप्रतिनिधियों, सामाजिक प्रभाव वाले लोगों व बुद्धिजीवियों के साथ मिलकर रणनीति तय करेंगे। आवश्यकतानुसार शांति समिति की बैठकें भी आयोजित होंगी। संवेदनशील स्थानों व पंडालों को चिन्हित कर पुलिस बल तैनात करने का निर्देश भी जारी किया गया है।
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सुरक्षा के लिए ये हैं निर्देश
- पंडाल में प्रवेश व निकास के अलग-अलग द्वार हों
- पुरुष व महिला के लिए अलग-अलग कतार हो
- भगदड़ से बचाव के लिए पुलिस के साथ मिलकर बनाएं भीड़ प्रबंधन की योजना
- वाय¨रग का काम योग्य व प्रशिक्षित इलेक्ट्रिशियन से कराएं
- वाय¨रग के लिए महंगे आइएसआइ मार्का तारों का ही इस्तेमाल करें
- पंडाल में ज्वलनशील पदार्थ न रहे
- फायर स्टेशन से आग से बचाव का एनओसी लेना जरूरी
- प्रशिक्षित स्टाफ की देखरेख में उपचार का भी हो प्रबंध
- आपातकाल से बचने के लिए वैकल्पिक रास्ता भी हो।
- अग्निशमन वाहन व एंबुलेंस के पहुंचने के लिए पर्याप्त खुला रास्ता हो।
- प्रसाद व भंडारे आदि के लिए बनाया जाने वाला किचन पंडाल से दूर हो
- निकास आदि के रास्तों में तीर का निशान बनाएं