संताल फैक्टर को दुरुस्त करने में जुटेगी भाजपा
ताला मरांडी की प्रदेश अध्यक्ष पद से विदाई के बाद संताल को कुछ अधिक महत्व देने की जुगत में भाजपा लग सकती है।
राज्य ब्यूरो, रांची। ताला मरांडी की प्रदेश अध्यक्ष पद से विदाई के बाद संताल को कुछ अधिक महत्व देने की जुगत में भाजपा लग सकती है। इस के लिए सत्ता या संगठन में इस प्रमंडल के नेताओं को ऊंचा ओहदा मिल सकता है।
पार्टी नहीं चाहती कि संताल परगना के नेता को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने और तत्काल उसे बाहर का रास्ता दिखाए जाने का इस क्षेत्र विशेष में कोई गलत संदेश जाए। इसका असर मिशन संताल पर पड़ सकता है। इसलिए संगठन के माध्यम से संताल को साधने की कोशिशों पर पूरा जोर रहेगा। भाजपा की नई कार्यसमिति में यह देखने को मिल जाएगा।
बढ़ेगा हेमलाल का कद
संताल परगना में भाजपा के पास कद्दावर आदिवासी नेताओं का अभाव है। वहां सीमित चेहरे ही हैं जिन पर भाजपा राजनीतिक पारी खेल सकती है। ऐसे में झामुमो से भाजपा में आए हेमलाल मुर्मू का कद बढऩे की चर्चा जोरों पर है।
सीएनटी-एसपीटी एक्ट के संशोधन अध्यादेश पर सरकार की जोरदार वकालत कर उन्होंने अपनी निष्ठा भी साबित की है। हेमलाल को सत्ता या संगठन जहां संभव हो खपाने की कोशिश की जाएगी।
सुनील सोरेन और अन्य संताल नेताओं का कद बढ़ाकर संतुलन को बरकरार रखा जाएगा। सत्ता के स्तर से देखें तो सीमित विकल्प हैं, जबकि संगठन के स्तर पर संताल को लुभाने के कई विकल्प हैं।