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200 करोड़ की ठगी में मास्टरमाइंड सहित छह गिरफ्तार

रांची : राजधानी में शेयर-मार्केट के नाम पर 200 करोड़ की ठगी के मामले में रांची पुलिस ने मास्टरमाइंड ज

By Edited By: Published: Sat, 23 Jul 2016 01:59 AM (IST)Updated: Sat, 23 Jul 2016 01:59 AM (IST)
200 करोड़ की ठगी में मास्टरमाइंड सहित छह गिरफ्तार

रांची : राजधानी में शेयर-मार्केट के नाम पर 200 करोड़ की ठगी के मामले में रांची पुलिस ने मास्टरमाइंड जितेंद्र मोहन सहित छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। जालसाजों की टोह में लगी रांची पुलिस को लातेहार पुलिस का भी सहयोग मिला और रांची एयरपोर्ट के पास से सभी पकड़े गए। गिरफ्तार जालसाजों के पास से कीमती गाड़ियां, बैंकों के दस्तावेज सहित कई महत्वपूर्ण कागजात मिले हैं, जिसकी जांच की जा रही है। रांची एसएसपी इस मामले में शनिवार को संवाददाता सम्मेलन करेंगे।

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आरोपियों के पास से जो गाड़ियां मिली हैं, उनमें ऑडी, फॉरच्यूनर व डस्टर सहित अन्य गाड़ियां हैं। पुलिस गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर उनके निवेश का ब्योरा जुटा रही है, ताकि निवेशकों के डूबे रुपये निकाले जा सकें।

रांची में 200 करोड़ रुपये की ठगी का मामला बुधवार को लालपुर थाने में सामने आया था। इसी तरह लातेहार में ठगी की जानकारी वहां के एसपी अनूप बिरथरे को मिली थी। कंपनी का मुख्यालय रांची में लालपुर थाना क्षेत्र में ही आदिवासी छात्रावास के सामने सुमति बिहार कांप्लेक्स के प्रथम तल्ले पर संचालित हो रहा था।

गुरुवार की शाम लातेहार एसपी को सूचना मिली कि रांची एयरपोर्ट के पास एक होटल में ठगी के मास्टर माइंड सहित कई लोग मौजूद हैं। वे रांची छोड़ने की फिराक में हैं। एसपी बिरथरे ने इसकी सूचना रांची एसएसपी कुलदीप द्विवेदी को दी।

रांची एसएसपी कुलदीप द्विवेदी भी पूर्व में ही अपनी एक टीम गठित कर आरोपियों की तलाश करवा रहे थे। तभी मिली सूचना पर सिटी डीएसपी के नेतृत्व में छापेमारी हुई और मास्टर माइंड सहित सभी पकड़े गए। रांची पुलिस दस्तावेजों की जांच में जुटी हुई है। गिरफ्तार सभी आरोपी डालटनगंज के रहने वाले हैं।

ऐसे दिखाया था सब्जबाग

लातेहार एसपी अनूप बिरथरे ने बताया कि लातेहार में भी आरोपियों ने वहां के लोगों को अपने जाल में फांसा। वहां हर माह 4 प्रतिशत ब्याज देने का झांसा दिया। एक लाख पर एक महीने में चार हजार व दो लाख पर आठ हजार देना शुरू किया। एक साल तक रुपये दिए भी। इसके बाद ग्राहक फंसते चले गए और कंपनी एक दिन वहां से भी फरार हो गई थी। कंपनी ने पहले डीजेएन कमोडिटीज के नाम पर निवेश करवाया। इसके बाद इस फार्म का नाम बदलकर डीजेएन ज्वेलरी प्राइवेट लिमिटेड किया और उसके बाद डीजेएन इंवेस्टमेंट एंड सिक्यूरिटी प्राइवेट लिमिटेड कर लिया, जिसके खाते में रुपये निवेश करवाए। धीरे-धीरे कंपनी ने राज्य में फैले हुए अपने अधिकतर कार्यालय को बंद कर दिया। अब निवेशक रांची स्थित मुख्यालय पहुंचे, जहां कंपनी के पदाधिकारी ताला लगाकर फरार हो गए थे।

जो पकड़े गए हैं

- जितेंद्र मोहन : मुख्य प्रबंध निदेशक, डीजेएन कमोडिटीज। पंचवटी गार्डेन, बरियातू रोड।

- विशाल कुमार सिन्हा : प्रोपराइटर, डीजेएन कमोडिटीज।

- प्रशांत कुमार सिन्हा : निदेशक, डीजेएन कमोडिटीज।

- मनीष कपूर : एजेंट

- उदय प्रजापति : एजेंट

- दो अन्य लोगों से पूछताछ की जा रही है।

बरामदगी

एक ऑडी, एक फारच्यूनर, एक डस्टर व भारी मात्रा में बैंक व निवेश से जुड़े दस्तावेज।

यहां-यहां लगाया चूना

पटना, बरेली, लातेहार, गढ़वा, धनबाद, बोकारो, रांची, सिमडेगा, कोडरमा, नोवमुंडी, जमशेदपुर, राउरकेला आदि।


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