मोदी सरकार के दो साल को बताया ढोलपिटवा सरकार
नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने कमल क्लब बनाने के राज्य सरकार के निर्णय का कड़ा विरोध किया है। हेमंत सोरेन ने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा। कहा, दो साल की मोदी सरकार ढोलपिटवा (ढोल पीटने वाली) सरकार है। गलत प्रचार के जरिए लोकप्रियता पाना चाहती है।
राज्य ब्यूरो, रांची। नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने कमल क्लब बनाने के राज्य सरकार के निर्णय का कड़ा विरोध किया है। अपने आवास पर मीडिया से रूबरू पूर्व सीएम ने कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास इसी बहाने भाजपाइयों को मासिक वेतन देने का जुगाड़ कर रहे हैं। झामुमो इसका पुरजोर विरोध करेगी। जनता की गाढ़ी कमाई को हम मौज-मस्ती में खर्च नहीं करने देंगे। राज्य सरकार अपने आकाओं और आरएसएस के इशारे पर ऐसे मनमौजी फैसले ले रही है।
हेमंत सोरेन ने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा। कहा, दो साल की मोदी सरकार ढोलपिटवा (ढोल पीटने वाली) सरकार है। सरकार सिर्फ गलत प्रचार के जरिए लोकप्रियता पाना चाहती है। इसके लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं। जबकि हकीकत यह है कि सरकार धरातल पर पूरी तरह फेल है। सरकार का पूरा ध्यान सिर्फ घोषणाओं पर है। सरकार का हर वादा छलावा साबित हो रहा है। आम जनता महंगाई से त्रस्त है।
मोदी सरकार के दो सालों के शासनकाल में 1300 से ज्यादा किसान आत्महत्या कर चुके हैं। 50 फीसद जन धन योजना का खाता निष्क्रिय हो चुका है। बैंक दिवालिया हो रहे हैं। सरकार की शह पर शातिर व्यापारी देश का पैसा लेकर विदेशों में भाग रहे हैं। मोदी सरकार को गरीबी और किसान विरोधी बताते हुए हेमंत सोरेन ने कहा कि सरकार हर मोर्चे पर विफल है।
आज राज्यसभा प्रत्याशी की घोषणा कर सकता है झामुमो
राज्यसभा चुनाव के लिए झामुमो अंदरूनी तौर पर रणनीति बनाने में व्यस्त है। हालांकि पार्टी ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। हेमंत सोरेन ने कहा कि इस बारे में पार्टी प्रमुख शिबू सोरेन ही फैसला लेंगे। बहुत कुरेदने पर उन्होंने कहा कि वे स्वयं इस पक्ष में हैं कि प्रत्याशी उतारा जाए। समान विचारधारा वाले दल साथ देने को आगे आएं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने फिलहाल संपर्क नहीं किया है।
जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को झामुमो राज्यसभा चुनाव को लेकर अपने उम्मीदवार के नाम का एलान कर सकता है। पार्टी के भितरखाने हेमंत सोरेन के छोटे भाई बसंत सोरेन के नाम की चर्चा है।
पूर्वमंत्री हाजी हुसैन अंसारी भी रेस में हैं। बताया जाता है कि कुछ उद्योगपति भी झामुमो नेताओं के संपर्क में हैं। गुरुवार को हेमंत सोरेन के आवास पर मासस विधायक अरूप चटर्जी भी दिखे।