रांची मे खुलेगी सेट्रल आयुष यूनिवर्सिटी
राजधानी रांची मे सेट्रल आयुष यूनिवर्सिटी की स्थापना होगी, जिसमे देसी और परंपरागत चिकित्सा पद्धतियो व मेडिसिनल प्लांट को लेकर शोध कार्य के अलावा इसमे डिग्री एवं डिप्लोमा पाठ्यक्रम के तहत पढ़ाई कराई जाएगी। केद्रीय आयुष राज्य मंत्री नायक ने प्रस्ताव मांगा।
रांची। राजधानी रांची मे सेट्रल आयुष यूनिवर्सिटी की स्थापना होगी, जिसमे देसी और परंपरागत चिकित्सा पद्धतियो व मेडिसिनल प्लांट को लेकर शोध कार्य के अलावा इसमे डिग्री एवं डिप्लोमा पाठ्यक्रम के तहत पढ़ाई कराई जाएगी। केद्रीय आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीपद यसो नायक ने इस यूनिवर्सिटी की स्थापना पर शीघ्र निर्णय लेने का आश्वासन देते हुए राज्य सरकार से प्रस्ताव मांगा है।
शुक्रवार को विधानसभा मैदान मे केद्र, राज्य सरकार तथा इंडियन चैबर आफ कामर्स के संयुक्त तत्वावधान मे आयोजित चार दिवसीय राष्ट्रीय आरोग्य मेले के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए केद्रीय राज्य मंत्री ने यह प्रस्ताव मांगा। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने कार्यक्रम मे ही इसकी मांग रखी थी। केद्रीय राज्य मंत्री ने देसी चिकित्सा को बढ़ावा देने के लिए झारखंड को हरसंभव सहयोग व प्राथमिकता देने की बात भी कही। झारखंड मे मेडिसिनल प्लांट व देसी चिकित्सा की काफी संभावनाओ का हवाला देते हुए राज्य सरकार से इसे चिकित्सा पद्धति की मुख्य धारा मे लाने के लिए आयुष मिशन की योजनाओ मे तेजी लाने को कहा। इससे पहले स्वास्थ्य मंत्री चंद्रवंशी ने आयुष की योजनाओ मे केद्र का शेयर बढ़ाने की भी मांग की। उन्होने स्वास्थ्य विभाग मे बड़ी संख्या मे रिक्त व नवसृजित पदो पर तीन माह मे बहाली करने की भी बात कही। स्वास्थ्य सचिव के. विद्यासागर ने स्वीकार किया कि राज्य मे देसी व परंपरागत चिकित्सा की काफी संभावनाएं होने के बावजूद अभी तक यह क्षेत्र उपेक्षित रहा है।
इस अवसर पर विधायक नवीन जायसवाल, एचईसी के सीएमडी अभिजीत घोष, आयुष निदेशक डा. नुमान अहमद, राज्य नोडल पदाधिकारी डॉ. रवींद्र राय, डॉ. ज्योतिष सिंह आदि उपस्थित थे।
योग शिक्षको को मिलेगा सर्टिफिकेट
केद्रीय आयुष मंत्रालय के सचिव अजित एम शरण ने कार्यक्रम मे योग शिक्षको के सर्टिफिकेशन की योजना शुरू करने की जानकारी देते हुए राज्य सरकार से इसपर शीघ्र काम करने को कहा। उन्होने आयुष के सुदृढ़ीकरण के लिए केद्र से मिलने वाले फंड का अधिक से अधिक उपयोग करने की नसीहत दी।
कई केद्रीय संस्थानो के स्टॉल
इस चार दिवसीय मेले मे देसी चिकित्सा से जुड़े कई केद्रीय संस्थानो के स्टॉल लगे है। यहां आयुर्वेद, योग व प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्धा, सोवा-रिग्पा तथा होमियोपैथी चिकित्सा पद्धति के अस्थायी क्लिनिक स्थापित किए गए है, जिनमे निश्शुल्क इलाज व दवा की व्यवस्था है।