2.9 करोड़ लोगों को देंगे फाइलेरिया रोधी दवा
रांची : फाइलेरिया पर नियंत्रण के लिए मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन अभियान चलाकर चौदह जिलों के 2.9 करोड़ लोग
रांची : फाइलेरिया पर नियंत्रण के लिए मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन अभियान चलाकर चौदह जिलों के 2.9 करोड़ लोगो को फाइलेरिया रोधी दवा डीइसी (डाई इथाइल कार्बामेजाइन) व अल्बेंडाजोल मुफ्त खिलाई जाएगी। मंगलवार को रांची के डोरंडा अस्पताल में एक व्यक्ति को यह दवा खिलाकर इस तीन दिवसीय अभियान की शुरूआत की गई। पूर्व में स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी को इस कार्यक्रम में शामिल होना था, लेकिन गुमला में डाक्टर की हत्या होने के कारण वे इसमें शामिल नहीं हो सके। सारी तैयारियों के बावजूद सादे समारोह में इस अभियान की शुरुआत की गई। बाद में मंत्री को भी उनके आवास पर जाकर यह दवा खिलाई गई।
यह दवा 113 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, 2250 स्वास्थ्य उपकेंद्रों में मुफ्त उपलब्ध होगी, जबकि स्वास्थ्य कर्मी 19,220 गांवों में घर-घर जाकर दवा खिलाएंगे। तीन दिनों में लक्ष्य पूरा नहीं होने पर इस अभियान को आगे भी बढ़ाया जा सकता है।
दवा का कोई साइड इफेक्ट नहीं
राज्य मलेरिया पदाधिकारी डा. पुष्पा मारिया बेक के अनुसार, दो से पांच वर्ष के बच्चों को दोनों दवा की एक-एक गोली, 6-14 वर्ष को डीइसी की दो गोलियां तथा अल्बेंडाजोल की एक गोली, तथा 15 वर्ष से अधिक के लोगों को डीइसी की तीन गोलियां तथा अल्बेंडाजोल की एक गोली लेनी है। दवा का कोई साइड इफेक्ट नहीं है। केवल फाइलेरिया से ग्रसित लोगों को बुखार, चक्कर, सिर दर्द व उल्टी की शिकायत हो सकती है। कभी-कभी किसी व्यक्ति के शरीर के किसी भाग में सूजन की शिकायत होती है। ये समस्याएं एक से दो प्रतिशत लोगों में ही होती है। इससे घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि यह समस्या अपने आप खत्म हो जाती है।
इन जिलों में अभियान
रांची, खूंटी, साहिबगंज, दुमका, गोड्डा, देवघर, चतरा, धनबाद, बोकारो, गिरिडीह, गढ़वा, रामगढ़, हजारीबाग तथा लोहरदगा।
इन्हें नहीं दी जा सकती दवा
- दो वर्ष से कम आयु के बच्चों को।
- वृद्धों व गंभीर रूप से बीमार लोगों को।
- गर्भवती महिलाओं को।