दलालों की साठगांठ से बीपीएल सर्वे : कुणाल
रांची : गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों की सूची बनाने में बड़े पैमाने पर अनियमितता हुई है। ध्यानाक
रांची : गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों की सूची बनाने में बड़े पैमाने पर अनियमितता हुई है। ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जरिए बहरागोड़ा के विधायक कुणाल षाडंगी ने यह मामला उठाया। कहा, सरकार सर्वे कराती है तो सूचना तक नहीं दी जाती। ऐसे में सारा फायदा दलाल उठाते हैं। एक जगह बैठकर अपनी मर्जी से लोगों का नाम बीपीएल सूची में दर्ज कराते हैं। चुपके-चुपके सारी कवायद कर ली जाती है। प्रभारी मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने बताया कि दो दिन पूर्व बीपीएल-एपीएल की सूची पर अधिकारियों को तलब किया गया था। इस माह तक सर्वे का काम पूरा कर लिया जाएगा। झामुमो की सीता सोरेन ने अपने विधानसभा क्षेत्र जामा में पुल का मामला उठाया। जबाव दिया गया कि पुल बनेगा। उन्होंने डीपीआर बनाने में ज्यादा वक्त लगाने पर आपत्ति जताई।
अपना प्रतीक चिह्न हो
गिरिडीह के विधायक निर्भय शाहाबादी व्यवस्था के सवाल पर उठे। उनका कहना था कि झारखंड विधानसभा का अपना लोगो (प्रतीक चिह्न) होना चाहिए। हरेक राज्यों की विधानसभा का प्रतीक चिह्न है। ऐसा नहीं रहने से विधायकों को राज्य सरकार का लोगो अपने पैड पर लगाना पड़ता है।
सबको बंटेगा पेड़ा
श्रम नियोजन मंत्री राज पालिवार शुक्रवार को तमाम विधायकों के लिए देवघर का पेड़ा लेकर आए थे। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन की ओर इशारा किया। कहा, सबको पेड़ा मिलेगा। अगली बार वे बासुकीनाथ के सुखाड़ी मंडल का पेड़ा भी लाएंगे।