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एमएसएमई के 4,480 लाख रुपये का झारखंड ने नहीं किया उपयोग

रांची : सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग (एमएसएमई) प्रक्षेत्र में केंद्र सरकार द्वारा अनुदान के तौर पर द

By Edited By: Published: Sun, 01 Mar 2015 01:54 AM (IST)Updated: Sun, 01 Mar 2015 01:54 AM (IST)

रांची : सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग (एमएसएमई) प्रक्षेत्र में केंद्र सरकार द्वारा अनुदान के तौर पर दी गई मार्जिन मनी में से झारखंड सरकार 4,480 लाख 16 हजार रुपये का इस्तेमाल नहीं कर सकी। सांसद संजीव कुमार द्वारा राज्यसभा में पूछे गए प्रश्न के जवाब में एमएसएमई राज्य मंत्री गिरिराज सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि 2008-09 से लेकर जनवरी 2015 तक इस प्रक्षेत्र में रोजगार सृजन के लिए केंद्र सरकार ने 21,642 लाख 44 हजार रुपये दिए थे। इसके सापेक्ष राशि का उपयोग अत्यंत धीमी गति से हुआ।

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राष्ट्रीय नोडल एजेंसी खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के साथ प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) नामक एक ऋण संबद्ध अनुदान कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसका उद्देश्य गैर कृषि क्षेत्र में सूक्ष्म उद्योगों की स्थापना कर झारखंड सहित अन्य राज्यों में रोजगार सृजन करना रहा है। विनिर्माण क्षेत्र में अधिकतम 25 लाख और सेवा क्षेत्र में अधिकतम दस लाख रुपये की लागत से संबंधित परियोजनाएं स्थापित की जाती हैं। इस प्रकार पिछले सात वर्षो में केंद्र सरकार द्वारा दी गई अनुदान मद में इस मार्जिन मनी से 10,675 परियोजनाएं चलीं।


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