239 हाजियों का पहला जत्था लौटा
रांची : गुरुवार की अलसुबह तीन बजे 239 हज यात्रियों का पहला जत्था विमान से रांची एयरपोर्ट पहुंचा। एयर
रांची : गुरुवार की अलसुबह तीन बजे 239 हज यात्रियों का पहला जत्था विमान से रांची एयरपोर्ट पहुंचा। एयरपोर्ट पर हाजियों को देख उनके परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। 28 अक्टूबर की दोपहर से इन हाजियों के इंतजार में रांची के अलावा धनबाद, चितरपुर, रामगढ़, गोड्डा समेत अन्य जिलों से हजयात्रा पर गए हाजियों के परिजन रांची में इंतजार कर रहे थे। हालांकि इनके ठहरने की व्यवस्था हज हाउस में की गई थी।
हाजियों की मानें तो उन्हें 28 अक्टूबर को ही रांची वापस लौटना था, लेकिन प्रबंधन की कुव्यवस्था का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा। खादीमुल हुजाज का सहयोग नहीं मिलने से जेद्दा, मक्का या मदीना में बुजुर्गो को काफी परेशानी हुई। खादीमुल हुजाज का काम युवा हज यात्रियों को करना पड़ा। बुजुर्गो को होटल तक पहुंचाने, दवा दुकान से दवा लाकर देने, उन्हें आस-पास के क्षेत्रों का पता बताने आदि का काम युवा हज यात्रियों को करना पड़ा। जबकि इस कार्य के लिए 25 खादीमुल हुजाज को सरकारी खर्च पर मदीना भेजा गया था। रांची एयरपोर्ट पर हज कमेटी के खुर्शीद हसन रूम्मी, हाजी शौकत, महमूद अंसारी, मो. नसीम, मो. फिरोज, गोल्डी, जान मुहम्मद, मो. जाफरी, सरफराज अहमद समेत कई लोग उपस्थित थे।
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28 अक्टूबर की सुबह 6:30 बजे विमान को रांची के लिए उड़ान भरना था। सभी हाजियों का पासपोर्ट ले लिया गया था। एयरपोर्ट जाने के लिए बस भी आ चुकी थी। कुछ देर बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी का फोन आया कि विमान लेट है। फिर हमें होटल मैरिएड ले जाया गया। दोपहर में खबर मिली कि शाम 6:30 बजे रांची के लिए विमान उड़ान भरेगी। सभी हज यात्री परेशान थे, लेकिन हमें सही जानकारी नहीं मिल पा रही थी। पूछने पर भी टाल-मटोल किया जा रहा था। जबकि केरल, हैदराबाद, मुंबई आदि से आए खादीमुल हुजाज हज यात्रियों की सेवा में तत्पर थे। इस तरह 40 घंटे से भी अधिक समय तक इंतजार करना पड़ा।
- आदिल, कडरू, रांची।
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29 अक्टूबर की शाम होटल मैरिएड से 239 हाजी जेद्दा एयरपोर्ट पहुंचे और रांची के लिए रवाना हुए। लेकिन 28 अक्टूबर की सुबह से लेकर 29 अक्टूबर की शाम तक काफी परेशानी हुई। मदीना में हमारी मदद के लिए राज्य हज कमेटी की ओर से खादीमुल हुजाज भेजे गए थे, लेकिन मक्का, मदीना या मीना जाने में काफी परेशानी हुई। मैं इस संबंध में सेंट्रल और राज्य हज कमेटी को लिखित शिकायत करूंगा, ताकि अगली बार हज के लिए जानेवालों को ऐसी परेशानी न हो।
- कमालुद्दीन, रामगढ़।
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