डॉ.विनोद ने दिया नवजात को नया जीवन
खलारी : खलारी के कुमार नर्सिंग होम में दो दिन की एक बच्ची का 'इमपरफोरेट एनस' का सफल ऑपरेशन किया गया है। सीमित संसाधनों के बावजूद इस सफल ऑपरेशन से डॉ.विनोद कुमार ने नवजात को नया जीवन दिया है। नवजात टंडवा प्रखंड के बिजन गाव निवासी सुकर गंझू तथा सोहरी देवी की तीसरी बच्ची है। बच्ची का जन्म 16 अगस्त को हुआ। पर, बच्ची जो भी दूध पी रही थी उल्टी कर दे रही थी। बच्ची का पेट फूलने लगा और हालत खराब होती गई। 18 अगस्त की शाम चार बजे बच्ची को लेकर लोग डॉ. विनोद कुमार के पास पहुंचे। जाच के दौरान पाया गया कि नवजात को जन्मजात मलद्वार नहीं है। डॉ. विनोद ने बताया कि मेडिकल टर्म में इसे 'इमपरफोरेट एनस' कहते हैं। यह एक जन्मजात रेयर विकृति है। डॉ. विनोद ने 18 अगस्त की रात ही सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया। नवजात के पेट से ही बड़ी आत निकालकर मलद्वार बनाया गया। बच्ची खतरे से बाहर है और सामान्य तरीके से दूध भी पी रही है। है। डॉक्टर ने बताया कि रेक्टम को खींचकर मलद्वार बनाने जैसे बड़े ऑपरेशन को बच्ची अभी बर्दाश्त नहीं कर पाती। इसलिए ऐसे केस में दो बार ऑपरेशन किया जाता है। मेडिकल साइंस के अनुसार जब बच्चा 10 महीने का तथा उसका वजन 10 किलो और हेमोग्लोबिन 10 ग्राम हो जाए तो दूसरा ऑपरेशन कर सामान्य ढंग से मलद्वार बनाया जाता है। ऑपरेशन में एएनएम मेरी टोप्पो, रोजी टोप्पो, कंपाउंडर सत्येंद्र मोची, जीडी भगत, सुनीता खेस तथा लैब टेक्नीशियन परवेज खा ने सहयोग किया।