बच्चों के अधिकार से कोई समझौता नहीं :आयोग
सगालिम : बच्चों के हक-अधिकार के प्रति आयोग गंभीर है। बच्चों के शिक्षा के अधिकार से कोई समझौता नहीं क
सगालिम : बच्चों के हक-अधिकार के प्रति आयोग गंभीर है। बच्चों के शिक्षा के अधिकार से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उनके भविष्य से खिलवाड़ करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। यह बातें झारखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य डॉ. मनोज कुमार ने कही। वे बुधवार को पांकी के परसिया में संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि सरकार बच्चों का भविष्य सुधारने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है। इसके बावजूद सरकारी कर्मियों की लापरवाही के कारण सरकार की संचालित योजनाओं का उपयोग सही ढंग से नहीं किया जा रहा है। सरकारी स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति काफी बदतर हो गई है। उन्होंने बताया कि बच्चों के हक-अधिकार दिलाने व उनकी रक्षा के लिए लोकसभा के निर्देशन में वर्ष 2012 में बाल संरक्षण आयोग का गठन हुआ। 18 साल के कम उम्र के बच्चों के साथ किसी तरह के अन्याय होने पर आयोग सख्त कार्रवाई करेगा। आयोग का मुख्य कार्य बच्चों की रक्षा करना है। कहा कि स्कूल में बच्चों के साथ मारपीट, अत्याचार, छेड़खानी या उनके हक अधिकार के साथ खिलवाड़ करने वालों को जेल भेजा जा सकता है। बताया कि आयोग स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्र आदि का निरीक्षण कर बच्चों की समस्याएं सुनता है। गड़बड़ी मिलने पर संबंधित अधिकारियों को सुधार करने का निर्देश दिया जाता है।
इस मौके पर अशोक पासवान, सुनील प्रजापति आदि उपस्थित थे।