मंदिर परिसर में है मुर्गा, मछली व मीट की दुकान
विश्रामपुर, पलामू: पूजा-पाठ व अर्चना को ले मंदिरों को सजाया जाता है। परिसर की साफ सफाई कराई जाती है।
विश्रामपुर, पलामू: पूजा-पाठ व अर्चना को ले मंदिरों को सजाया जाता है। परिसर की साफ सफाई कराई जाती है। लोग पूरे सावन माह कई जगहों पर भंडारे का आयोजन करते हैं। वहीं विश्रामपुर नगर परिषद स्थित ऐतिहासिक पंचमुखी मंदिर परिसर में स्थानीय लोगों की शुद्धता का तनिक भी ख्याल नहीं रखा जा रहा है। मंदिर परिसर में मुर्गा, मछली व मीट की दुकानें संचालित की जा रही है। यह भी एक नहीं पूरे तीन दुकाने हैं। इससे मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी हो रही है। इससे लोगों में आक्रोश व्याप्त है। बावजूद बोल नहीं पाते। मंदिर परिसर से लगभग दो सौ मीटर की दूरी पर विश्रामपुर थाना स्थित है। लोगों ने कई बार दुकानें हटाने को ले शिकायतें भी की। बावजूद परिसर में मुर्गा, मछली व मीट की दुकानें चल रही है। इस कारण आसपास गंदगी फैली हुई है। इससे काफी दुर्गंध भी आती है। स्नान के बाद शुद्ध होकर मंदिर पूजा अर्चना को आते हैं। यहां सब कुछ अजीबोगरीब है। लोगों की शुद्धता भंग की जा रही है। ऐसे में लोग पंचमुखी मंदिर में पूजा नहीं कर पा रहे है।
मंदिर परिसर में मुर्गाए मछली व मीट की दुकान चलाई जा रही है। इससे पूजा को आने वाले श्रद्धालुओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। यह आस्था के साथ क्रूर मजाक है। स्थानीय प्रशासन इस पर पहल करे। ¨हदुओं की भावनाओं का सम्मान करे। राजेश मार्शल, विश्रामपुर,पलामू।
विश्रामपुर नगर परिषद स्थित ऐतिहासिक पंचमुखी मंदिर परिसर में मुर्गा, मछली व मीट की दुकान चलाना भक्तों की भावनाओं पर प्रहार है। परिसर में दुकान होने के कारण चारो ओर गंदगी फैली होती है। इससे गुजरना मुश्किल हो जाता है। गंदगी के कारण लोग पूजा करने यहां नहीं आते। धनंजय दूबे, विश्रामपुर,पलामू।
ऐतिहासिक पंचमुखी मंदिर परिसर में मुर्गा,मछली व मीट की दुकान नहीं होनी चाहिए। ऐसा किया जाना मंदिर का अपमान है। पुलिस प्रशासन व स्थानीय लोग इस पर रोक लगाएं। स्थानीय स्तर पर कभी भी जन आक्रोश फूट सकता है।
राम जी चौहान,विश्रामपुर,पलामू।
पंचमुखी मंदिर परिसर में इस तरह की दुकान होना शर्म की बात है। यह भावनाओं पर करारा प्रहार है। इसे सहन नहीं किया जा सकता। समय रहते पुलिस प्रशासन इस पर रोक लगाए। ऐसा नहीं हुआ आंदोलन होगा। राम कुमार ठाकुर, बजरंग दल संयोजक, विश्रामपुर,पलामू।
मंदिर परिसर शुद्धता का प्रतीक है। सावन का पवित्र माह चल रहा है। इसे ले हर रोज सैकड़ों महिला व पुरुषों की भीड़ आ रही है। बावजूद ऐतिहासिक पंचमुखी मंदिर परिसर में मीट की दुकान चल रही है। यह आस्था के साथ मजाक है। इसे सहन नहीं किया जा सकता। पुलिस प्रशासन इस पर समय रहते रोक लगाए। सुरेश चंद्रवंशी,विश्रामपुर,पलामू।